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-बृजेश विजयवर्गीय-

कोटा। इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स कोटा लोकल चेप्टर ने गत दिवस रोयल चार्टर दिवस मनाया। इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में शहर के विभिन्न विभागों में रहे वरिष्ठ इंजीनियर्स ने कहा कि स्मार्ट शहर में विकास कार्यो पर जनता को हो रही परेशानियों एवं सुझावों को सरकार से साझा किया जाना चाहिए। कोटा लोकल चेप्टर के अध्यक्ष डीके भार्गव एवं मानद सचिव श्याम लाल गुप्ता ने बताया कि स्मार्ट शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए जरूरी है कि शहर में बड़े सर्किल नहीं होने चाहिए। सेनेटरी सिस्टम को बेहतर तरीके से कनेक्ट किया जाना चाहिए। एमके गोयल ने कहा कि पेयजल शोधन की क्षमता बढ़ाई जानी चाहिए। वर्षाकाल में नदी के पानी में टर्बिडिटी बढ़ जाती है और जनता को परेशानी झेलनी पड़ती है। शहर में अधिकांश जगह अनियोजित विकास होता है। पुराने शहर में जन संख्या दबाव को कम किया जाना चाहिए। परमाणु बिजलीघर के पूर्व स्टेशन डायरेक्टर सीपी झाम ने कहा कि सूरत में महामारी के बाद वहां शहर के नागरिकगण भी स्मार्ट हो गए और यह शहर देश दुनिया में प्रसिद्ध हो गया। डीपी पोरवाल ने बताया कि सीवरेज और केबल बिछाने के लिए सड़कों को बार -बार खोदा जाता है जिससे जनता को परेशानी होती है। वेस्ट मेनेजमेंट के लिए कचरे का पृथक्कीकरण किया जाना चाहिए।

संगोष्ठी में शामिल इंजीनियर्स

अन्नपूर्णा भार्गव ने कहा कि स्मार्ट शहर के पेरामीटर्स कहीं दिखाई नहीं दे रहे। ऐसा नहीं है कि विकास कार्यो में खोट है लेकिन कई जगह इंजीनियरों की गलती है कि उन्होंने सब कुछ ठेकेदारो पर ही छोड़ रखा है। सेवा निवृत्त इलेक्ट्रिक इंजीनियर सीपी विजय ने कहा कि शहर को बिजली के तारों के जाल से मुक्त करने के लिए भूमिगत केबलें जमीन में ही खराब हो गई। इन पर 250 करोड़ रू. की राशि से जेवीएल एवं यूआईटी ने काम किया। स्मार्ट शहर को इस योजना का कोई लाभ नहीं हुआ। अधिकांश इंजीनियरों ने भी सड़कों पर गड्ढों को लेकर चिंता जताई और सुझाव दिया कि सरकार को योजनाओं पर काम करने से पूर्व सर्वे कराना चाहिए। आरयूआईडीपी के अधिशाषी अभियंता आर के शर्मा ने सीवरेज लाईनों की खुदाई में आ रही परेशानियों को साझा करते हुए बताया कि जब लाईनें पूरी तरह कनेक्ट हो जाऐंगी तो परेशानी नहीं रहेगी। एमपी जैन ने कहा कि तकनीकी कार्यो में प्रशासन को न्यूनतम हस्तक्षेप करना चाहिए। मास्टर प्लान बना कर विकास कार्य किया जाए। चेप्टर के पूर्व अध्यक्ष सीकेएस परमार ने कहा कि व्यापक कार्यों में प्रबंधन में बड़ी कमियां रहती है उनका ध्यान रखा जाना चाहिए। सचिव श्याम लाल गुप्ता ने कहा कि सरकार को सकारात्मक सुझाव प्रेषित करने के लिए उक्त मंच पर चर्चा और विचार विमर्श होते रहने चाहिए। कार्यालय प्रभारी डीसी गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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