
-द ओपिनियन डेस्क-
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन सट्टेबाजी एप बनाकर सट्टेबाजों के काले धन को सफेद करने के बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया गया है। गुजरात की सूरत पुलिस ने डिंडोली के राजमहल मॉल में छापा मारकर ऑनलाइन कपड़ा कारोबार की आड़ में काम करने वाले इस रैकेट का भंडा फोड किया है। पुलिस ने छापे में फर्जी बैंक खाते, 53 डेबिट कार्ड, 30 फर्जी आधार कार्ड, 8 पैन कार्ड, 58 सिम कार्ड के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया हे।
आर्थिक अपराध निवारण शाखा और एसओजी की टीम ने शनिवार देर शाम डिंडोली राजमहल मॉल में छापा मारा। पुलिस को ऑनलाइन कपड़े की आड़ में ऑनलाइन सट्टा खेलने वाले देशी-विदेशी सट्टेबाजों के काले धन को सफेद करने के लिए घोटाला करने की सूचना मिली थी। पुलिस छापेमारी के दौरान हरीश उर्फ कमलेश जरीवाला सुनील चौधरी (निवास, सुभाषनगर, लिंबायत) और ऋषिकेश अधिकार शिंदे (निवास, गंगोत्री नगर, लिंबायत) को ऑनलाइन ंसट्टा कारोबार संचालित करते हुए पकड़ा गया। इस कार्यालय के अलावा दो अन्य कार्यालय भी मिले।
तलाशी के दौरान 55 डमी बैंक खाते, 53 डेबिट कार्ड, 30 फर्जी आधार कार्ड, 8 पैन कार्ड, 58 सिम कार्ड, 17 लीज एग्रीमेंट, पांच लाइसेंस और कई अन्य संदिग्ध सामग्री मिली। इन दोनों ने अहमदाबाद, यूक्रेन, इंग्लैंड और यूगोस्लाविया में सीबीटीएफ247डॉट, टी-20एक्सचेंज नामक एक ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप चलाने वाले सट्टेबाजों के काले धन को सफेद करने के लिए फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, गुमास्ता लाइसेंस और सिम कार्ड और बैंक खाता उपलब्ध कराने की बात कबूल की। पुलिस ने स्टेशन रोड लक्कड़कोट ज़ैनी कॉम्प्लेक्स में रहने वाले हुज़ेफ़ा कोशेर मकासरवाला को भी गिरफ्तार किया। उसने ही इन दोनों को यह काम सौंपा था।
– एक डमी खाता और मिल रहे 40 से 50 हजार–
नेटवर्क अहमदाबाद से शुरू हुआ। हुज़ेफ़ा के साथ पढ़ाई करने वाले अहमदाबाद के पार्थ ने अपने चचेरे भाई हार्दिक नवीन मेहता से संपर्क किया। हुजेफा को डमी खाते के 50 हजार रुपये जबकि हरीश व ऋषिकेश को 40 हजार रुपये मिले। पुलिस ने इन तीनों के पास से 11 मोबाइल फोन और एक लैपटॉप समेत ढाई लाख रुपए से अधिक की राशि बरामद की है। पुलिस को हुजेफा के पास से तीन मोबाइल और एक लैपटॉप मिला है। यूक्रेन से किशन को एक लैपटॉप और दो मोबाइल फोन दिए गए। इन मोबाइलों और लैपटॉपों की जांच के बाद, पांच समूह को वांछित घोषित कर दिया।