-देवेंद्र यादव-

7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ने देश की राजनीति में इतना अंडर करंट पैदा किया था कि हिमाचल और कर्नाटक की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और कांग्रेस ने सत्ता छीन कर अपनी सरकार बना ली ?
कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक लगभग 5 महीने तब चली भारत जोड़ो यात्रा ने देश की राजनीति में इतना अंडर करंट प्रवाह किया की जो विपक्षी दल कांग्रेस को और कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को कोसा करते थे वह दल राहुल गांधी की तारीफ करते हुए नजर आए बल्कि वह दल कांग्रेस के नेतृत्व में एकजुट भी हुए।
हिमाचल और कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की हार का कारण राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का ही परिणाम है। देश के राजनीतिक पंडित राजनीतिक विश्लेषक और भारतीय जनता पार्टी के चुनावी रणनीतिकार समझ ही नहीं पाए कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का मतदाताओं के बीच भाजपा सरकार के खिलाफ अंडर करंट चल रहा है।
अब सवाल यह है कि भारत जोड़ो यात्रा का अंडर करंट कम होता जा रहा है, क्या इसका प्रभाव 2023 के अंत में होने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भी हिमाचल और कर्नाटक की तरह देखा जाएगा, या इसके लिए एक बार फिर से भारत जोड़ो यात्रा पार्ट 2 का आगाज किया जाएगा।
शायद कांग्रेस इसी दिशा में बढ़ रही है और योजना बना रही है कि राहुल गांधी एक बार फिर से भारत जोड़ो यात्रा का आगाज कर,ें जिसकी पूर्ण तैयारी हो चुकी है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पार्ट 2 का अंडर करंट 2023 के विधानसभा चुनाव में तो देखने को मिलेगा ही साथ कांग्रेस इस अंडर करंट को 2024 के आम चुनाव तक प्रभावित करेगी।
देश का मतदाता भले ही केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुणगान गा रहा है मगर हिमाचल और कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर कर बता दिया कि मतदाता भाजपा की नीतियों से खुश नहीं है।
क्या ऐसा ही नजारा 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में और 2024 में देश के आम चुनाव में भी देखने को मिलेगा ? शायद कांग्रेस इसीलिए भारत जोड़ो यात्रा पार्ट टू निकालने की योजना बना रही है और भारतीय जनता पार्टी इसे लेकर चिंतित दिखाई दे रही है। क्योंकि कांग्रेस ने भारत जोड़ो का सुखद परिणाम देखा है जब उसने हिमाचल और कर्नाटक में अपनी सरकार बनाई और भारतीय जनता पार्टी ने नुकसान उठाया है जब उसने हिमाचल और कर्नाटक में अपनी सरकार खोई।
भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि कांग्रेस का वह कार्यकर्ता बाहर निकला जो कुंठित होकर अपने घरों के अंदर बैठा हुआ था। वह कार्यकर्ता एकजुट होकर कांग्रेस को ताकतवर बनाने में जुट गया। शायद इसीलिए राहुल गांधी ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को नाम दिया बब्बर शेर। अब सबकी नजर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पार्ट-2 की योजना पर है। यह यात्रा कब शुरू होगी और कहां से शुरू होगी और कहां तक जाएगी और कब तक रहेगी ?
देवेंद्र यादव, कोटा राजस्थान
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)

















