
-हिंडनबर्ग रिपोर्ट पार्ट- 2
-देवेन्द्र यादव-

हिंडनबर्ग पार्ट-2 की रिपोर्ट ने फिर एक बार देश की राजनीति को गरमा दिया है। इसके साथ साजिश शब्द भी चर्चा में आ गया है।
जैसे ही हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की भनक लगी वैसे ही विपक्ष के नेताओं ने केन्द्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाने शुरू कर दिए। जवाब में सत्ताधारी पार्टी के नेता इसे देश के खिलाफ एक साजिश बताने लगे।
देश में इन दिनों बरसात ने हा हा कार मचा रखा है, उत्तर से लेकर दक्षिण तक भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। इसी बीच तीन खबरें ऐसी निकल कर आई, जिनमें पक्ष और विपक्ष के नेता साजिश ढूंढने लगे, और साजिश शब्द देश में चर्चा का विषय बन गया। साजिश करने वाले का और ना ही साजिश का अभी तक कोई खुलासा नहीं हुआ, बल्कि लगता है साजिश खुद साजिश की शिकार हो गई। सत्ता का तख्ता पलट बांग्लादेश में हुआ और साजिश की गूंज भारत में उस समय सुनाई दी जब शेख हसीना भाग कर भारत आई। साजिश की गूंज ज्यादा ही सुनाई दी तब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा कि क्या बांग्लादेश में तख्ता पलट की साजिश हुई है, और क्या इसमें विदेशी एंगल है, इस पर विदेश मंत्री का कोई पुख्ता जवाब नहीं था।
साजिश शब्द पेरिस ओलंपिक से भी उस समय सामने आया जब भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट रेसलिंग से अयोग्य कर दिए जाने से स्वर्ण पदक से चूक गई।
100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण विनेश फोगाट को फाइनल में नहीं खेलने दिया और टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। इस पर देश भर में चर्चा होने लगी की विनेश फोगाट साजिश का शिकार हुई है। विनेश फोगाट के साथ साजिश किसने की इसका भी अभी तक खुलासा नहीं हुआ है मगर साजिश की गूंज अभी भी जस की बनी हुई है।
बांग्लादेश और विनेश फोगाट के साथ हुई साजिश का खुलासा अभी हुआ भी नहीं था कि अब देश में हिडेनबर्ग की रिपोर्ट की साजिश का समाचार सुनाई देने लगा है। सत्ता पक्ष के नेता हिडेनबर्ग की रिपोर्ट को देश के साथ साजिश करने का आरोप लगा रहे हैं।
वहीं विपक्ष के नेता राहुल गांधी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर सत्ता पक्ष और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेर कर सेबी की अध्यक्ष के त्यागपत्र और इस मामले की जेपीसी से जांच करने की मांग कर रहे हैं।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जब देश में पहली बार आई थी तब भी विपक्ष ने खासकर राहुल गांधी ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जबरदस्त तरीके से घेरा था। तब भी सत्ता पक्ष के नेताओं ने देश के साथ साजिश का आरोप लगाया था। मगर राहुल गांधी ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया और 2024 के लोकसभा चुनाव में मित्रों को फायदा पहुंचाने का मुद्दा हाथ में लिया। यह मुद्दा मतदाताओं के गले उतरा और कांग्रेस और इंडिया गठबंधन लोकसभा में मजबूत हुआ। कांग्रेस को 99 और इंडिया गठबंधन को 234 लोकसभा सीट मिली।
देखना यह है कि क्या हिंडनबर्ग पार्ट 2 सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के लिए राजनीतिक रूप से मुश्किलें पैदा करेंगी, और क्या कभी साजिश का खुलासा होकर साजिश शब्द आजाद होगा।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)