
बारां। शाहबाद जंगल बचाओ आंदोलन को समर्थन देने के कई रूप सामने आ रहे हैं जिसमें कौशिक गायत्री परिवार बोरखेड़ा आश्रम के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय बसंत पंचमी महोत्सव का शुभारंभ गीता भवन से भव्य कलश यात्रा से हुआ ,जिसमें साधकों ने कलशों की पूजा कर शाहबाद के जंगलों का बचाने का संकल्प लिया। बोरखेड़ा आश्रम के मुख्य संचालक यज्ञ दत्त हाडा एवं धर्मपत्नी श्रीमती राजेश हाडा सुसज्जित बग्धी में में सवार हुए। सुमधुर भजनों की धुन कलश यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए नयापुरा बाग एवं बोरखेड़ा आश्रम पहुंची। गीता भवन में पूर्व महापौर श्रीमती सुमन श्रंगी, कथावाचक कमलेश शर्मा बृजवासी,पर्यावरण विद् गीता दाधीच, बृजेश विजयवर्गीय, शिक्षाविद् रमेश विजय,डा प्रीति जासू,डा मुकेश दाधीच, मनीषा कंवर,चम्बल संसद जल बिरादरी के युधिष्ठिर चानसी, किसान नेता नंद किशोर शर्मा,आश्रम के अंशुमान सिंह, समाज सेवी अरुण भार्गव ,संदीप नरूका ,अर्चना राजावत ,ओम सुमन, जल बिरादरी व कोटा एनवायरनमेंटल सेनीटेशन,सोसायटी समेत सैकड़ों गणमान्य नागरिक, आदिवासी साधक शाहबाद किशनगंज, छबड़ा ,चाचोडा, खेड़ा, झालावाड़ से भी साधकों ने भाग लिया। संचालन युधिष्ठिर सिंह ने बताया कि “गीता भवन में सुभाष कला संगम के कलाकारों हरीश महावर, सुशीला महावर, रमाकांत शर्मा, अब्दुल ने जंगल बचाने की नाटिका प्रस्तुत की।जंगल बचाओ नाटिका के प्रस्तुतीकरण में शाहबाद वन की महत्ता को और उनको काटने से होने वाले नुकसानों को मंचित किया गया।
आश्रम के प्रबंधक नंद किशोर शर्मा ने बताया कि संत शंभू सिंह कौशिक के संकल्प के अनुसार इस बार शाहबाद एवं चाचोडा कंजर ,मोग्या क्षेत्र के वनवासी साधक जंगल काटने की योजना से उद्वेलित है। वे यहां यज्ञ में आहुतियां देकर वन संपदा को बचाने का संकल्प लेंगे।
श्री कौशिक गायत्री परिवार बोरखेड़ा आश्रम के मुख्य संचालक यज्ञदत्त हाडा एवं युधिष्ठिर सिंह ने बताया कि सायं 8 से 10:00 बजे तक भजन संध्या हुई। भजन संध्या के आयोजन से पहले भारत भर में चल रहे शाहबाद जंगल बचाओ आंदोलन को सहयोग देने हेतु संकल्प लिया गया।
1, 2 फरवरी को प्रातः 6:00 बजे मंगल आरती एवं 8:00 से देव पूजन तथा 8 से 11:00 बजे गायत्री यज्ञ का आयोजन किया जाएगा दो पर तीन से पांच बजे तक योजनाओं की जानकारी दी जाएगी रात्रि को 8:00 बजे से संतों के प्रवचन होंगे। इसमें विशेषज्ञ पर्यावरण संरक्षण पर विशेष चर्चा करेंगे और जल, जंगल जमीन बचाने पर अपनी प्रतिबद्धता जताएंगे।
2 फरवरी को प्रातः 6:00 बजे मंगल आरती के बाद 8:00 बजे गायत्री महायज्ञ होगा उसके बाद दीक्षा संस्कार, नशा मुक्ति ,बेटी बचाओ ,जल , जंगल संरक्षण आदि पर विषय विशेषज्ञों के व्याख्यान होंगे। हरिद्वार के सर्वोदय सेवा आश्रम की सरला देवी ,कोटा में कबीर पारखा संस्थान के संत प्रभाकर एवं ज्ञानी गुरु नाम सिंह अंबावली आर्य समाज के पंडित बिरधी चंद शास्त्री, भागवत कथा आचार्य पंडित कमलेश शर्मा बृजवासी आदि का मार्गदर्शन प्रवचनों के माध्यम से प्रकृति संरक्षण और जंगलों को बचाने हेतु प्राप्त होगा। इस कार्यक्रम में हाड़ौती संभाग सहित आसपास क्षेत्र मध्य प्रदेश आदि से बड़ी संख्या में साधक आ रहे हैं।जो शाहबाद जंगल बचाओ आंदोलन को सहयोग देने वाले संकल्प के साथ सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए यज्ञ में आहुतियां देंगे।