
– कैटेगरी चेंज का ऑप्शन नहीं होने से विद्यार्थी परेशान
कोटा। एनटीए द्वारा जारी किए गए देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन जनवरी परीक्षा के आंकड़ों में सामने आया है कि इस वर्ष परीक्षा देने वालों में ओबीसी विद्यार्थियों की संख्या ओपन कैटेगरी से भी ज्यादा रही। अकेले ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के विद्यार्थियों की संख्या में परीक्षा में कुल बैठने वाले विद्यार्थियों की करीब 50 प्रतिशत रही। अप्रैल परीक्षा के आवेदन की अंतिम तिथि 25 फरवरी है एवं अभी तक 88 हजार नए यूनीक कैंडिडेट आवेदन कर चुके हैं।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जेईई-मेन अप्रैल परीक्षा में आवेदन करने वाले कैटेगरी के विद्यार्थी भारी परेशानी से जूझ रहे हैं, क्योंकि अप्रैल परीक्षा के आवेदन के दौरान विद्यार्थी अपनी कैटेगरी, परीक्षा शहर, स्टेट ऑफ इलेजिब्लिटी, कक्षा 10 व 12 की डिटेल्स में हुई त्रुटियों में कोई बदलाव नहीं कर पा रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष जेईई-मेन जनवरी परीक्षा के लिए कुल 12 लाख 58 हजार 136 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें ओबीसी कैटेगरी के 4 लाख 90 हजार 175, ईडब्ल्यूएस के 1 लाख 38 हजार 699 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि ओपन कैटेगरी के 4 लाख 66 हजार 358 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। ऐसे में ओबीसी कैटेगरी के विद्यार्थियों की संख्या ओपन कैटेगरी से ज्यादा रही। 50 प्रतिशत ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के विद्यार्थियों के परीक्षा में शामिल होने के बावजूद भी एनटीए द्वारा विद्यार्थियों को कैटेगरी में बदलाव का विकल्प नहीं दिया गया। जनवरी आवेदन के दौरान जिन विद्यार्थियों के पास ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के सर्टिफिकेट नहीं थे, उन्होंने मजबूरीवश ओपन कैटेगरी से आवेदन किया। इसके साथ ही बड़ी संख्या में ऐसे विद्यार्थी सामने आ रहे हैं, जिन्होंने पूर्व में ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस से आवेदन कर लिया, परन्तु अब ओबीसी एवं ईडब्यलूएस का सर्टिफिकेट 1 अप्रैल 2025 के बाद का नहीं होने के कारण ओपन कैटेगरी से आवेदन करना चाहते हैं। उपरोक्त दोनों परिस्थितियों के विद्यार्थी आवेदन में कैटेगरी करेक्शन का विकल्प नहीं मिलने के कारण असमंजस में हैं।
आवेदन में करेक्शन नहीं हो पाने की स्थिति में विद्यार्थी जेईई-मेन अप्रैल परीक्षा के लिए नए आवेदन क्रमांक से नया रजिस्ट्रेशन कर आवेदन कर रहे हैं। गत वर्ष भी ऐसे कुछ विद्यार्थी सामने आए थे, जिन्होंने जनवरी व अप्रैल के लिए अलग-अलग आवेदन क्रमांक से आवेदन किया और उनका परिणाम एनटीए द्वारा जारी नहीं किया गया।
ऐसे में विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि जनवरी में परीक्षा दे चुके विद्यार्थी अपने पुराने आवेदन क्रमांक से ही आवेदन करें और अप्रैल परीक्षा के आवेदन के उपरान्त मिले करेक्शन विंडो के विकल्प का इंतजार करें।