
बारां।” शाहबाद जंगल बचाओ आंदोलन केवल एक व्यक्ति का आंदोलन नहीं है,यह पूरी जनता जनार्दन द्वारा उठाई गई आवाज है जिसे किसी भी तरह से नहीं दबाया जा सकता।” ये विचार रिटायर्ड पुलिस उप अधीक्षक और गौड़ ब्राह्मण महासभा राजस्थान के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष नटवर लाल शर्मा ने राजस्थान गौड ब्राह्मण महासभा और अखिल हाड़ौती आदिगौड ब्राह्मण महासमिति बारां द्वारा आयोजित “, होली मिलन समारोह” के दौरान पर्यावरण संरक्षण में जुटे सदस्यों को समर्थन देते हुए व्यक्त किए।
शाहबाद घाटी संरक्षण संघर्ष समिति बारां के सदस्यों द्वारा आंदोलन के लिए मांगे गए समर्थन की सहमति प्रदान करते हुए गौड ब्राह्मण महासभा राजस्थान के प्रांतीय सचिव रामस्वरूप जोशी ने कहा कि ” केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा ग्रीनको एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को पावर प्लांट लगाने हेतु लाखों पेड़ों को काटने का कोई अधिकार नहीं है।यह पेड़ शाहबाद समेत पूरे राजस्थान की प्राकृतिक विरासत है जिसके नष्ट होने से चार तरह के नुकसानों से देश वासियों को जूझना पड़ेगा। पेड़ों की कटाई से पहले दोनों ही सरकारों को बार बार सोचना पड़ेगा।”
अखिल हाड़ौती आदिगौड ब्राह्मण महासमिति बारां के संभागीय अध्यक्ष
राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि आंदोलनकारियों को पूरे राजस्थान की महासभा इकाइयों से समर्थन मिलेगा और आवश्यक हुआ तो महासमिति और महासभा के सभी सदस्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से शाहबाद कूच कर करेंगे।
गौड ब्राह्मण महासभा जयपुर के बारां जिला अध्यक्ष जगदीश शर्मा ने कहा कि ” भारतीय सांस्कृतिक निधि वराह नगरी बारां अध्याय की शुरुआत से शुरू इस आंदोलन को पूरे राजस्थान प्रांत की ओर से समर्थन है ।इन जंगलों को बचाने के लिए यदि चिपको आंदोलन जैसी स्थिति आई तो महासभा के सदस्य पीछे नहीं हटेंगे।