-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। भाई-बहन के पवित्र स्नेह-प्रेम का प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन आज मनाया जाएगा या कल, इसको लेकर तो हालांकि आज दिनभर असमंजस की स्थिति बनी रही। अलबत्ता महिलाओं ने अपने भाइयों को रक्षा सूत्र बांधने और अपने परिवार के साथ राखी का त्योहार मनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रदत्त की गई राजस्थान रोडवेज की बसों में मुफ्त सफर की सुविधा का खूब जमकर लाभ उठाया। राखी के त्योहार के कारण आज कोटा में रोडवेज के दोनों बस स्टैंड नयापुरा, संजय गांधी नगर चौराहा पर महिलाओं की इतनी भारी भीड़ उमड़ी की ज्यादातर बसें जल्दी ही खचाखच भर गई और इसके परिणाम स्वरूप महिलाओं को हो रही दिक्कत को देखते हुए रोडवेज प्रशासन को अतिरिक्त बसों का इंतजाम करना पड़ा लेकिन महिलाओं की भीड़ इतनी अधिक थी कि अतिरिक्त बसें लगाए जाने के बावजूद आज कोटा से जयपुर, अजमेर, उदयपुर की ओर राज्य में लंबी दूरी की बस सेवाओं सहित कोटा संभाग में झालावाड़, बारां, बूंदी, छबड़ा-छीपाबड़ौद, लाखेरी, इंदरगढ़, अंता की ओर जाने वाली बसों में तिल भर की जगह नहीं थी। राज्य सरकार के निर्देश पर राजस्थान रोडवेज प्रशासन ने मध्य रात्रि से आज गुरुवार को बसों में महिलाओं को रक्षाबंधन के पावन पर्व को लेकर मुफ्त में सफर करने की छूट प्रदान की थी। हालांकि ज्योतिषीय गणना के आधार पर आज श्रावण मास की शुक्ल चतुर्दशी पर पूर्णिमा होने के बावजूद प्रातः काल से ही भद्रा होने की वजह से बहिनों के अपने भाई की कलाई पर भद्रा काल में रक्षा सूत्र बांधने को अशुभ माना जाता है। इसको लेकर हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह किवदंती भी प्रचलित है कि भद्राकाल में श्रावण मास की पूर्णिमा पर लंकापति रावण को उनकी बहन ने राखी बांधी थी जो उनके विनाश का कारण बनी।

बहनों ने अपने भाइयों के तिलक लगा लगा-आरती उतारकर राखी बांधी

आज पूर्णिमा पर भद्रा काल रात्रि 8.52 बजे बाद ही समाप्त हुआ और बड़ी संख्या में बहनों ने अपने भाइयों के तिलक लगा लगा-आरती उतारकर राखी बांधी लेकिन कई परिवारों ने रात्रि को भद्रा काल समाप्त हो जाने के बावजूद रक्षाबंधन का त्योहार मनाना कल तक के लिए टाल दिया। भद्रा काल होने से रक्षाबंधन के त्यौहार को लेकर असमंजस की स्थिति होने के बावजूद महिलाओं ने आज दिन भर राजस्थान रोडवेज की बसों में मुफ्त में सफर करने की छूट का भरपूर लाभ उठाया।रोडवेज के अधिकारियों की माने तो छूट की अवधि मध्य रात्रि बाद से ही शुरू हुई थी और रोडवेज की समय सारणी के अनुसार जिन मार्गों पर आज मध्य रात्रि 12 बजे बाद भी कुछ बसों का संचालन होना था, उन में सफर करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाओं का आना शुरू हो गया था लेकिन आज तड़के 4 बजे बाद जब लंबी दूरी सहित हाडोती संभाग के कई आंचलिक नगर-कस्बों के लिए जाने वाली रोडवेज की बसों का परिचालन शुरू हुआ तो सफर के लिए महिला यात्रियों का ताता सा लग गया और सुबह होते-होते तो बस स्टैंड पर महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

आठ अतिरिक्त बसें विभिन्न मार्गों के लिए लगा दी

राखी बांधने के लिए शाम का मुहूर्त शुभ होते हुए भी समय पर अपने गांव-शहर जाकर घर पहुंच जाने की कोशिश में आज सुबह से ही जब बस स्टैंड पर महिलाआें की भारी भीड़ पड़ने लगी तो स्थानीय रोडवेज प्रशासन में सुबह ही आठ अतिरिक्त बसें विभिन्न मार्गों के लिए लगा दी थी और दोपहर बाद भी कुछ अन्य बसे लगाई गई।
दिक्र पंचांग के अनुसार आज रात 8.51 से 9.13 तक राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त होने की वजह से ज्यादातर महिलाओं ने इसी कालावधि में रक्षा सूत्र बांधकर यह त्योहार मनाया। इसके अलावा कल भद्रा नहीं है। इस वजह से कल सुबह भी राखियां बांधी जा सकती है।

Advertisement
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments