
-इंजीनियरिंग कॉलेज कैसे चुनें : कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
-अमित आहूजा-
(एजुकेशन एक्सपर्ट, एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट)
क्या आप जानते हैं, आज देश में 3 हजार से ज्यादा इंजीनियरिंग संस्थान हैं और उनमें 200 से ज्यादा प्राइवेट, गवर्नमेंट, सेंट्रल गवर्नमेंट यूनिवर्सिटीज हैं। हर साल देश में लाखो स्टूडेंट्स किसी न किसी इंजीनियरिंग संस्थान से इंजीनियरिंग कर रहे हैं। गत कुछ वर्षो में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में बैठने वाले स्टूडेंट्स की संख्या लाखो में बढ़ रही है । इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स का मैथ्स व साइंस लेने के बाद इंजीनियरिंग करना इसके प्रति बढ़ते रूझान को दर्शाता है। ।
इसका बड़ा कारण इंजीनियरिंग सेक्टर में स्टूडेंट्स को ना केवल अच्छी नौकरियां मिलना है, अपितु विभिन्न क्षेत्रों में इंजीनियर्स बनने के बाद कॅरियर की अच्छी संभावनाओं का खुलना भी है, परन्तु हर साल बड़ी संख्या में 12वीं पास करने के उपरान्त स्टूडेंट्स के सामने अच्छे इंजीनियरिंग संस्थानों को चुनने का प्रश्न खड़ा होता है, जिससे अभिभावक एवं स्टूडेंट्स असमंजस में दिखाई देते हैं।
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इंजीनियरिंग कॉलेज कैसे चुनें
किसी भी इंजीनियरिंग संस्थान का चयन करने से पहले उसके अकेडमिक प्लेसमेंट फीस, फैकल्टी, फैसिलिटी, एलुमिनि, खान-पान, लोकेलिटी, कॉलेज रैंकिंग, तकनीकी करिकुलम एवं एक्सपोजर को देखना जरूरी होता है। आज देश के श्रेष्ठ संस्थान इन सभी बिन्दुओं पर स्टूडेंट्स के चहुंमुखी विकास के लिए अत्यंत जोर देते हैं, जिससे स्टूडेंट्स इकॉनामी के विभिन्न क्षेत्रों जैसे इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी, आईटी सॉफ्टवेयर, स्टार्टअप्स, फाइनेन्स,एवं डाटा एनालिटिक्स, कंसलटिंग, रिसर्च एण्ड डवलपमेंट, सर्विसेज, एजुकेशन, एफएमसीजी एवं पीएसयू में अच्छे पैकेजेज पर प्लेस्ड हो जाते हैं। अमूमन विश्व की टॉप ब्रांड गूगल, माइक्रोसाफ्ट, एप्पल, फेसबुक आईबीएम स्टूडेंट्स को 15 से 20, 30 से 35, 40 से 50 लाख एवं 1 करोड़ से अधिक के पैकेेजेज में देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों से चुनते हैं। क्योंकि इन संस्थानों में इन्हें उच्चतम योग्य स्टूडेंट्स आसानी से मिल जाते हैं।आजकल देश के ज्यादातर इंजीनियरिंग संस्थानों में स्टूडेंट्स के एनालिटिकल, लॉजिकल, एप्टीट्यूड को विकसित एवं एक्सप्लोर करने के लिए बहुत सी प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जाती हैं, जिससे स्टूडेंट्स की भविष्य में आने वाली किसी भी प्रतिस्पर्धा एवं चुनौती का सामने करने की क्षमता बढ़ती है।
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क्यों है शीर्ष आईआईटी-एनआईटी के बेहतर प्लेसमेंट
एक्सपर्ट अमित आहूजा के अनुसार देश के शीर्ष आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, कानुपर,मद्रास एवं शीर्ष एनआईअी तिरछी, वारंगल, सूरतकल आदि में नवीनतम तकनीकी कॅरिकूलम के अनुसार ही स्टूडेंट्स को अच्छे माहौल में पढ़ाया जाता है, जिससे प्लेसमेंट के समय कंपनियों की जरूरत को देखते हुए उन्हें अच्छे तकनीकी स्किल्ड स्टूडेंट्स काम करने के लिए मिल जाते हैं। अतः स्टूडेंट्स को कॉलेज चयन के समय उपरोक्त सभी बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ।
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इंजीनियरिंग क्षेत्र में रोजगार की कमी को लेकर सवाल और उनके जवाब
एक्सपर्ट अमित आहूजा के अनुसार अभिभावकों व स्टूडेंट्स के मन में आज इंजीनियरिंग सेक्टर में रोजगार की कमी को लेकर कई तरह के सवाल उठते हैं कि हर साल इतनी बड़ी संख्या में इंजीनियर्स देश में ग्रेजुएट हो रहे हैं तो उन्हें रोजगार के अवसर मिल पाता है या नहीं, जबकि वास्तविकता यह है कि यदि स्टूडेंट्स किसी सामान्य या नीचे की रैंक वाले इंजीनियरिंग संस्थान से डिग्री हासिल करता है या फिर स्टूडेंट्स की कॉलेज में पढ़ाई के दौरान अच्छी परफोरमेंस ना होना या अकेडमिक बैक आती है तो उसे प्लेसमेंट के दौरान मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त कोई ऐसा बड़ा कारण नहीं है कि इंजीनियर्स को रोजगार ना मिले। अन्यथा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट के अनुसार यदि विश्व की सभी बड़ी कंपनियां भारत में निवेश करेगी तो सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर इंजीनियरिंग सेक्टर में ही खुलेंगे। हमने कोरोना काल में भी देखा है की शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों के स्टूडेंट्स ने कैसे उस विकट परिस्थति में भी कई तरह के संसाधनों का आविष्कार किया जो आम जन के लिए बहुत उपयोगी साबित हुए।
















