
कोटा. राजकीय कला महाविद्यालय, कोटा में राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में द्वितीय एक दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन 28 नवंबर को किया गया। शिविर का प्रथम सत्र एक व्याख्यान सत्र के रूप में रखा गया। महाविद्यालय के वरिष्ठ संकाय सदस्य प्रो. विवेक कुमार मिश्र, पूर्व जिला समन्वयक एनएसएस और पूर्व एनएसएस डॉ. रामावतार मेघवाल, सह आचार्य हिंदी दोनों मुख्य वक्ताओं के रूप में मंचासीन रहे। सत्राध्यक्ष के रूप में महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. रोशन भारती मंचासीन रहे। डॉ. रामावतार मेघवाल ने वक्तव्य में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना में भाग लेकर स्वयंसेवक अपना सर्वांगीण विकास कर सकता है। प्रो विवेक कुमार मिश्र ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से स्वयंसेवक के अंदर स्वयं आत्मानुशासन की भावना विकसित होती है और आत्मानुशासन ही सफलता की सीढ़ी है। राष्ट्र सेवा की भावना का बीजारोपण कर राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यार्थियों को उन्नति पथ पर अग्रसर करता है। अतः स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना की समस्त गतिविधियों में नियमित रूप से भाग लेने चाहिए । अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो. रोशन भारती ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का ध्येय वाक्य है – ‘स्वयं से पहले आप’। यही हमारी संस्कृति और संस्कार है। हमें अपने आचरण से इसे साकार करना चाहिए। महाविद्यालय को स्वच्छ और हरा-भरा रखना हमारा कर्तव्य है। कोरोना काल में भी एनएसभएस के स्वयंसेवकों ने समाज के लिए महत्वपूर्ण सेवा कार्य किया है। देश को आगे बढ़ने का प्रयास किया है। द्वितीय सत्र में चारों इकाइयों के कार्यक्रम अधिकारियों डॉ समय सिंह मीना, डॉ कल्पना श्रृंगी, डॉ रसीला और डॉ चंचल गर्ग ने मिलकर स्वयंसेवकों का मायभारत पोर्टल पर पंजीयन का कार्य कराया। माय भारत पोर्टल से युवाओं को रजिस्ट्रेशन के द्वारा होने वाले लाभों से अवगत कराया। कार्यक्रम संपन्न होने के पश्चात् उम्मेद सिंह स्टेडियम, कोटा में आयोजित उप क्षेत्रीय रोजगार सहायता शिविर में महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों ने भाग लिया एवं रोजगार से संबंधित जानकारी प्राप्त की तथा विभिन्न कोर्सेज में अपना रजिस्ट्रेशन करवाया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंचल गर्ग ने किया । कार्यक्रम अधिकारी डॉ. समय सिंह मीना , डॉ. रसीला, डॉ. कल्पना श्रृंगी सभी ने सक्रिय भूमिका निभाई।