
-संविधान का धर्म और मर्म समझना हर भारतीय का कर्तव्य प्रो.एसके सिंह, कुलपति
-दुष्यंत सिंह गहलोत-
कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में 74 वां गणतंत्र दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर एसके सिंह द्वारा ध्वजारोहण कर मार्च-पास्ट की सलामी ली गयी और सभी संकाय सदस्यों और कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की बधाई व शुभकामनाएं प्रदान की गयी।
कुलपति ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा की देशभक्ति, त्याग और बलिदान का इतिहास समेटे यह पर्व हमें अपने उन पूर्वजों की याद दिलाता है,जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। इसकी लोकतांत्रिक अस्मिता को बनाए रखने के लिए एक सशक्त और जनकल्याणकारी संविधान का निर्माण किया। इस अवसर पर हम सबको जन, गण और तंत्र की भागीदारी से सर्वश्रेष्ठ राज्य के निर्माण में सहभागिता का प्रण लेना चाहिए। हम सभी को देश की एकता, अखण्डता, आपसी बंधुत्व और विकास सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय भागीदारी निभानी होगी जिससे देश-प्रदेश लगातार मजबूत होगा। प्रो. सिंह ने विद्यार्थियों के शैक्षणिक उन्नयन के साथ-साथ व्यक्तित्व, सांस्कृतिक और चारित्रिक निर्माण पर महत्व देने की बात कही। उन्होंने कहा की नई शिक्षा नीति में विवि की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई विश्वविद्यालय अब नव-सृजन केंद्र बनेंगे। उन्होंने स्वाधीनता संग्राम में बलिदान देने वाले सेनानियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और कहा कि वर्तमान में हमें अपने देश की अस्मिता तथा गौरवशाली इतिहास को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिये निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए। पूरा देश अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। इस राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर कुलपति सभी शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। कुलपति ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में अवगत करवाया एवं आगामी कार्य योजनाओ की जानकारी प्रदान की।

इस शुभ अवसर पर रंगारंग संस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों द्वारा देशभक्ति का संदेश देते हुए विभिन्न मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। कुलपति महोदय ने वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर कुलसचिव, विश्वविद्यालय प्रशासन से जुड़े अधिकारीगण, शैक्षणिक अशैक्षणिक स्टॉफ सदस्य व विधार्थी उपस्थित थे। आरटीयू के कुलगीत के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

















