
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय, कोटा में लोक माता अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जन्म जयंती वर्ष पर ए.बी.आर.एस.एम. के तत्वावधान में अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित व्याख्यान-माला के अंतर्गत व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.रोशन भारती ने की और मुख्य वक्ता प्रो. मोहनलाल साहू (क्षेत्रीय अध्यक्ष इतिहास संकलन समिति) और मुख्य अतिथि प्रो.गीताराम शर्मा (सहायक निदेशक, उच्च शिक्षा कोटा परिक्षेत्र) रहे।
प्रो.गीताराम शर्मा ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के व्यक्तित्व और कृतित्व का विस्तार से परिचय दिया। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन चरित्र को भारतीय ज्ञान परंपरा से जोड़ते हुए कहा कि इतिहास में लोकमाता अहिल्याबाई को वह स्थान नहीं मिला जिसकी वो हक़दार थी। अहिल्याबाई ने अनेक परोपकार के कार्य किए और अनेक धार्मिक स्थलों का जीर्णाेद्धार करवाया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. मोहनलाल साहू ने अपने वक्तव्य में कहा कि पुण्यश्लोका लोकमाता अहिल्याबाई का जीवन संघर्षमय रहा लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनका संपूर्ण जीवन प्रेरणादायी था लेकिन इतिहास में उनकी अवहेलना की गई यही कारण है कि आज लोकमाता अहिल्याबाई के जीवन चरित्र के बारे में जानना जरूरी है। कार्यक्रम का अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्राचार्य प्रो. रोशन भारती ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई का जीवन चरित्र लोक को प्रेरणा देता है। महाविद्यालय में इस तरह के कार्यक्रमों से ऊर्जा मिलती है। कार्यक्रम का संचालन इकाई सचिव प्रो आदित्य कुमार गुप्ता ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ महावीर साहू ने किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ संकाय सदस्य प्रो.शालिनी भारती,प्रो.दीपा चतुर्वेदी, प्रो.एल.सी.अग्रवाल, प्रो.एच.एन.कोली सहित संगठन के सक्रिय सदस्य प्रो.मंजू गुप्ता, डॉ.रामावतार मेघवाल, डॉ जया शर्मा आदि लगभग 65 संकाय सदस्यों की गरिमामयी उपस्थित रही।
विवेक मिश्र