
कोटा। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के विशेष अवसर पर राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय कोटा एवं श्री हिंदी साहित्य समिति कोटा के संयुक्त तत्वावधान में कालीचरण राजपूत की दो पुस्तकें “कितना सुंदर भोर एवं वीरांगना महारानी अवंती बाई लोधी” का लोकार्पण डॉ एस आर रंगनाथन सभागार में आयोजित किया गया। मां सरस्वती की पूजा अर्चना के बाद वंदना रतनलाल वर्मा ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन मधुर गीतकार श्री प्रेम शास्त्री ने किया।
अध्यक्षता डॉ दीपक कुमार श्रीवास्तव ने की। उन्होंने कहा कि ” लेखक कालीचरण राजपूत द्वारा रचित यह पुस्तक वीरांगना महारानी अवंती बाई लोधी के अदम्य साहस, वीरता, स्वाभिमान और नारी सशक्तिकरण की जीवंत गाथा प्रस्तुत करती है। यह न केवल भारतीय नारियों के शौर्य और पराक्रम का उत्कृष्ट दस्तावेज है, बल्कि राष्ट्र के गौरवशाली इतिहास में एक मील का पत्थर भी सिद्ध होगी। यह ग्रंथ पाठकों को न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में नारी शक्ति के योगदान से भी परिचित कराएगा।”
मुख्य अतिथि डॉ रघुराज सिंह कर्मयोगी ने कृतिकार कालीचरण राजपूत के जीवन परिचय,व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इंजीनियर होते हुए भी कालीचरण राजपूत ने पांच पुस्तकों का सृजन किया है। “कितना सुंदर भोर” पुस्तक में उन्होंने प्रकृति, पर्यावरण, सामाजिक विद्रूपता, देशभक्ति की कविताओं से पुस्तक को सजाया संवारा है। अति विशिष्ट अतिथि डॉ मनीषा शर्मा एवं स्नेह लता शर्मा तथा विशिष्ट अतिथि जितेंद्र निर्मोही थे। उन्होंने कहा –
“दो कृतियों के रचनाकार कालीचरण राजपूत ने भारतीय साहित्य वांग्मय से अपनी जाति लोध वंश को जोड़कर एक नवाचार किया है। अवन्तिबाई लोध की गाथा को उन्होंने सुभद्रा कुमारी चौहान की रानी लक्ष्मीबाई काव्य परंपरा से प्रस्तुत किया है”। पत्र वाचन डॉक्टर शशी जैन एवं डॉ अपर्णा पांडे ने किया। उन्होंने कहा कि
कृतिकार कालीचरण राजपूत ने अपनी पुस्तकों के बारे में विचार प्रस्तुत किये। हेमराज सिंह हेम, दीनानाथ त्रिपाठी, राम सिंह, रामेश्वर शर्मा, भगवती प्रसाद गौतम, बालूलाल वर्मा, ज्ञान सिंह गंभीर, दीनबंधु मीणा, कमलेश चौधरी, सलीम स्वतंत्र, महेश पंचोली, योगराज योगी गोरस प्रचंड रचनाकारों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
साहित्य के प्रति अनवरत समर्पण के लिए प्रोफेसर डा मनीषा शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी स्नेहलता शर्मा, शिक्षिका डा अर्पणा पाण्डेय, बाल कवियत्री नव्या शर्मा, समाज सेविका रेणु एवं डा शशि जैन को सम्मानित किया गया।