
कोटा।” “अभियान के तहत तिल चौथ पर गुरुवार को चंबल संसद एवं जल बिरादरी से जुड़े पदाधिकारियों ने चंबल शुद्धिकरण का संकल्प लिया।
दीगोद के निमोदा के पास कोटा बूंदी जिले की सीमा पर बिरज माता जी की पूजा अर्चना कर चम्बल संसद के वरिष्ठ पदाधिकारी युधिष्ठिर चानसी, देवेंद्र मंडावरी, प्रकाश चंद, मोहित चानसी,उमा कुमारी, सुनीता, प्रदीप राठौड़ आदि ने माता जी की पूजा कर नौका लेकर नदी दर्शन किए। सभी ने लोगों से नदी को शुद्ध रखने की अपील की। ग्रीन इंडिया मूवमेंट की ओर से कुंभ में भी चम्बल के संरक्षण की आवाज गूंज रही है।
” बिरज माता के स्थान पर नदी प्राकृतिक तरीके से अपने को शुद्ध करती है। कोटा की तरफ से बह कर आने वाली चम्बल नदी यमुना नदी की सहायक है जो आगे गंगा में मिल जाती है। सहायक नदियों को साफ सुथरा रखना जरूरी है। नदियों को आपस में जोड़ने से पहले लोगों को नदियों से जोड़ना होगा।”