-अशोक सैनी-
कोटा। अब रेल कर्मचारी भी अधिकारियों की गोपनीय रिपोर्ट (सीआर) भर सकेंगे और साथ में जरुरी टिप्पणी भी कर सकेंगे। रेलवे बोर्ड द्वारा इसके आदेश जारी किए गए हैं। रेलवे द्वारा पहली बार यह व्यवस्था लागू की गई है। इसके लिए ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) को अपग्रेड किया जा रहा है। कर्मचारी इस सिस्टम के लिंक पर जाकर अधिकारियों की सीआर भर सकेंगे। इस लिंक का पता सिर्फ कर्मचारियों को ही होगा। यह पूरी तरह गोपनीय होगा। अधिकारियों को अपने खिलाफ भरी जा रही सीआर का पता नहीं चल सकेगा। इससे कर्मचारी निर्भीक होकर अधिकारियों के खिलाफ टिप्पणी कर सकेंगे।
अधिकारियों के कामकाज का हो सकेगा आंकलन
इस सिस्टम को लागू करने का रेलवे का उद्देश अधिकारियों की हरकतों का पता लगाना है। इससे रेलवे को अधिकारियों के कामकाज का सीधा और तुरंत पता चल सकेगा। फिलहाल रेलवे द्वारा इस सिस्टम को चालू करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों का डेटाबेस बनाया जा रहा है। डेटाबेस बनने के बाद सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को एक लिंक उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें अधिकारी और कर्मचारी इलेक्ट्रॉनिक एनुअल परफारमेंस अप्रेजल रिपोर्ट (स्पेरो) में अपनी टिप्पणी दर्ज करा सकेंगे।
बदलेंगे हालात
रेलवे को उम्मीद है कि इससे हालातों में बदलाव आ सकेंगे। इस नए सिस्टम के बाद अधिकारी कर्मचारियों को अनावश्यक प्रताड़ित करने से बचेंगे। उल्लेखनीय है कि अभी तक अधिकारी ही कर्मचारियों की सीआर भरते हैं। सीआर खराब होने के डर से कर्मचारी अधिकारियों के गैर जरूरी आदेश भी मानने को मजबूर होते हैं। कर्मचारी अधिकारियों की शिकायत तक नहीं कर पाता था। लेकिन अब गलत काम के कारण अधिकारियों को भी कर्मचारियों के द्वारा अपनी सीआर खराब होने का डर बना रहेगा।