
-कृष्ण बलदेव हाडा-
क्या विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का दम भरने वाली भारतीय जनता पार्टी अब अस्तित्व में भी बची है जो राजनीतिक एवं सांगठनिक स्तर पर फैसले लेने में सक्षम हो? या यह राजनीतिक पार्टी नरेंद्र दामोदरदास मोदी की छत्रछाया में पूरी तरह से अपना अस्तित्व ही खो चुकी है क्योंकि लगता तो ऐसा ही है।
नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने वर्ष 2024 के आम चुनाव के बाद की राजनीतिक स्थिति का पहले से ही आकलन करते हुए यह बड़ा बयान दिया है जिसमें उन्होंने अपनी ओर से स्वयंभू तरीके से स्पष्ट रूप से फैसला करते हुए अपने आप को निर्विरोध-निर्विवाद रूप से देश का लगातार तीसरा प्रधानमंत्री होने का दावा पेश करते हुए भाविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया है कि वे अपने अगले तीसरे कार्यकाल में क्या-क्या करने वाले हैं? यानी कि भारतीय जनता पार्टी या ऐसे ही किसी नाम का कोई संगठन या उसकी निर्वाचित अथवा मनोनीत इकाई बीच में कंही है जो यह फैसला करने में सक्षम हो कि वर्ष 2024 के आम चुनाव के बाद यदि एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने की स्थिति बनी तो उसके बाद बनने वाली सरकार का मुखिया यानी प्रधानमंत्री कौन होगा? यह फ़ैसला तो बिना किसी मीनमेख के हो चुका क्योंकि यहां तो मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी ही खुले आम मंच पर अपना वक्तव्य दे रहे हैं कि वर्ष 2024 के चुनाव के बाद वे ही सरकार बनाएंगे और उसके बाद अमुख-अमुख फैसले करेंगे। इसमें वे किसी की सलाह या राय नहीं पूछ रहे बल्कि अपना फ़ैसला सुना रहे हैं जिसको स्वीकारना ही आपके पास इकलौता विकल्प है।
आमतौर पर किसी भी आम चुनाव के बाद पार्टी का नेता चुनने जैसी अपनाई जाने वाली एक सामान्य सी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अब भारतीय जनता पार्टी में राजनीतिक दल या सांगठनिक ढांचा के स्तर पर कोई जगह नहीं रह गई है या फिर नेतृत्व संभाल सकने की क्षमता वाला कोई संभावित नेता बचा है। अब यह सब सवाल बेमानी हो गए हैं। कम से कम जब तक कमान केवल और केवल इकलौते आलाकमान नरेंद्र दामोदरदास मोदी के हाथों में है, तब तक तो इसकी संभावनाएं शून्य से भी कम है क्योंकि अब शीर्ष स्तर पर भारतीय जनता पार्टी में सांगठनिक एवं लोकतांत्रिक ढांचा अपना अस्तित्व पूरी तरह से खो चुका है।
इस बात को और भी अच्छे तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी के इस ताजातरीन बयान से समझा जा सकता है जिससे उन्होंने एक सार्वजनिक मंच से हाल ही में कहा है कि-” बातों-बातों में ही नहीं, बल्कि ट्रेक रिकॉर्ड के आधार पर मैं कह रहा हूं कि मैं देश को यह भी विश्वास दिलाता हूं मेरे तीसरे टर्म में दुनियां की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी में नाम भारत का होगा।” यानी यह वे पहले से ही तय कर चुके हैं कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?आपको तो सिर्फ सूचना दी है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)