
द ओपिनियन डेस्क
नई दिल्ली। विपक्ष की सबसे प्रखर आवाज ममता बनर्जी दिल्ली के दौरे पर हैं। ममता पश्चिम बंगाल की मुख्यमं़त्री और टीएमसी सुप्रीमो हैं और संसदीय गणित में भी मजबूत हैं। ऐसे में उनका चार दिन की यात्रा पर दिल्ली दौरा बहुत अहम है और सबकी नजर उनकी यात्रा पर है चाहे फिर वह सरकार हो या विपक्षी खेमे। ममता गुुरुवार को दिल्ली पहुंची और आज शुक्रवार को उनका प्रधानमंत्री से मिलने का कार्यक्रम है। ममता सत्तारूढ गठबंधन की चाहे कितनी ही बड़ी आलोचक हों, प्रधानमं़त्री के साथ उनके रिश्ते कटुतापूर्ण नहीं है। दोनों ओर से आदरभाव है। अगले दो दिनों में वे नीति आयोग की बैठक में भी भाग लेंगी और विपक्ष के नेताओं से भी मिलेंंगी। कई विपक्षी दल इन दिनों प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के घेरे में उलझे हैं औ खुद ममता बनर्जी की पार्टी भी दबाव में है। ममता को अपने एक वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी को इसलिए केबिनेट से हटाना पड़ गया क्योंकि वह शिक्षक भर्ती घोटाले में फंस गए हैं। पार्थ की एक करीबी सहयोगी के घर से करीब 50 करोड रुपए से अधिक की नकदी बरामद हुई है। अपनी बेदाग छवि को लेकर टीएमसी और ममता दोनों ही अब दबाव में है। उनकी प्रधानमंत्री से मुलाकात इसी पृष्ठभूमि में हो रही है। वे बंगाल के विकास कार्यों से जुड़े कई मसलों पर पीएम से चर्चा कर सकती हैं। ममता के दौरे का दूसरा सबसे अहम पड़ाव विपक्षी नेताओं के साथ उनकी मुलाकात होगी। राजनीतिक हलकों में सवाल यह तैर रहा है कि क्या ममता बनर्जी आम चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं को एक जाजम पर बैठाने में सफल होंगी या नहीं। 2024 के आम चुनावों से पहले विपक्षी एकता ममता के राष्ट्रीय एजेंडें का एक अहम हिस्सा है। राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष एकजुट नहीं हो सका था। तब उनके सामने राजग का आदिवासी कार्ड आडे आ गया था लेकिन अब सवाल यह है कि क्या विपक्ष आपसी खेमे बाजी से बाहर निकलकर एक जाजम पर बैठेगा और क्या ममता इसमें सफल होंगी। ममता के दिल्ली प्रवास के दौरान तस्वीर का यह रूप सामने आने की उम्मीद है। राजनीतिक हलकों में सवाल यह भी तैर रहा है कि क्या ममता व सोनिया गांधी की मुलाकात होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात में ममता मनरेगा और उनके राज्य के लिए जीएसटी बकाया सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगी। बाद में उनका राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलने का कार्यक्रम है।
ममता ने गुरुवार को दिल्ली पहुंचने के बाद अपनी पार्टी के सांसदों से मुलाकात की। इस दौरान उनकी ईडी के विपक्ष पर बढ़ते दबाव समेत कई मसलों पर चर्चा होने की खबर है। ममता 7 अगस्त को नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगी, जिसकी अध्यक्षता पीएम मोदी करेंगे। बनर्जी पिछले साल की बैठक में शामिल नहीं हुईं थीं।

















