
-देवेंद्र यादव-

नीतीश कुमार बीमार हैं या फिर होशियार हैं, यह 29 और 30 मई की दो तस्वीरों से उन लोगों को समझ में आ गया होगा, जो उन्हें मानसिक रूप से बीमार बता कर बिहार के मुख्यमंत्री पर आरोप लगा रहे हैं !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 मई को दो दिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे! नीतीश कुमार बीमार है या फिर होशियार हैं इसकी पहली तस्वीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार की राजधानी पटना के रोड शो में दिखाई दी। प्रधानमंत्री मोदी के साथ ना तो नीतीश कुमार नजर आए और ना ही रोड शो में गुजरात की तरह बिहार में जनता नजर आई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पटना के रोड शो में गुजरात के रोड शो की तरह अपनी कर से बाहर नहीं निकले क्योंकि जन सेलाब नजर नहीं आया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो को लेकर बिहार में जोर शोर से तैयारी की गई थी, मगर भीड़ अनुमान से कम दिखाई दी।
दूसरे दिन 30 मई को रोहतास के बिक्रमगंज में जनसभा के मंच तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुली गाड़ी में जनता का अभिवादन स्वीकार करते हुए पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा में जन सैलाब दिखाई दिया, क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी थे।
बिहार में एनडीए घटक दल का लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। इसका अनुमान राजनीतिक पंडितों और मीडिया को दो दिन में दो तस्वीरें से लग गया होगा। 29 मई के रोड शो में भीड़ नजर नहीं आई क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के साथ रोड शो में नीतीश कुमार नहीं थे, जबकि 30 मई की जनसभा में जन सैलाब नजर आया क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के साथ नीतीश कुमार भी नजर आए।
सवाल यह है कि विरोधी नेता नीतीश कुमार को बीमार बात कर भूल कर रहे हैं और उनके जाल में फंस रहे हैं। इसकी झलक नीतीश कुमार ने बड़ी चतुराई से जनसभा में दिए अपने भाषण में दिखाई। उन्होंने जनता से मुखातिब होते हुए कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का तालियां बजाकर के सम्मान करें मगर तुरंत उन्होंने अपनी गलती का एहसास कुछ यूं किया कि बिहार के विकास में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी बड़ा योगदान रहा है उन्होंने भी बिहार के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। शायद नीतीश कुमार मोदी को एहसास करा रहे थे कि बिहार के विकास में आपका ही योगदान नहीं है बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी बड़ा योगदान है। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चतुराई से यह भी अहसास करा दिया कि वह बिहार में कितने लोकप्रिय हैं और जनता उनकी बात मानती है। उन्होंने जनसभा में उपस्थित जनता से कहा कि आप सभी खड़े होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन करें और जनता ने नीतीश कुमार की बात पर अमल किया।
इसी से अनुमान लग जाता है कि नीतीश कुमार बीमार नहीं है। नीतीश कुमार को उनके विरोधी बीमार बता कर बड़ी राजनीतिक भूल कर रहे हैं और उनके जाल में फंस रहे हैं ?
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को इशारों ही इशारों में बता दिया कि आज भी बिहार में लोकप्रिय नेता नीतीश कुमार ही हैं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)