
-देवेन्द्र यादव-

जब राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अंसद में अपनी पहली चुनावी जनसभा में, अपनी अमेरिका यात्रा के दरमियां हरियाणा के लालो से मिलने के बाद उनकी दास्तान सुनाई तो वहां उपस्थित जनसमूह भावुक हो गया और उनकी आंखें नम हो गई।
राहुल गांधी ने बताया कि हरियाणा 10 साल पहले क्या था और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद 10 साल में हरियाणा में क्या हश्र हो गया। वह अमेरिका में हरियाणा के युवाओं की आपबीती सुनाते हुए खुद भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि हमारा पहला लक्ष्य हरियाणा के आंसू पहुंचना होगा और उन परिवारों को अपने लालो से मिलाना होगा जो जो रोजगार की तलाश में अमेरिका में जाकर फंसे हुए हैं।
इसी महीने सितंबर में राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर गए थे और दोनों ही नेताओं ने अमेरिका से लौटने के बाद हरियाणा की चुनावी सभा में अमेरिका के अपने स्मरण सुनाए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर को सोनीपत की एक चुनावी सभा में कहा था कि अमेरिका में हरियाणा के लोगों ने उनका जबरदस्त स्वागत किया।
कहने का अर्थ यह है कि अमेरिका में हरियाणा के युवा चंगासी मगर प्रधानमंत्री मोदी के 1 दिन बाद 26 सितंबर को राहुल गांधी ने हरियाणा की जनता को बताया कि अमेरिका में हरियाणा के लाल कितने बेहाल हैं। राहुल गांधी अमेरिका से लौटने के तुरंत बाद हरियाणा के करनाल के उसे गांव पहुंचे जहां के युवा उनसे अमेरिका में मिले थे और अपनी दास्तान सुनाई थी। राहुल गांधी ने उन युवाओं के परिवार वालों से बात की और परिवार वालों का दुख साझा किया था। उन्होंने और भरोसा दिलाया था कि वह अमेरिका में बैठे युवाओं को अपने परिवार वालों से जरूर मिलवाएंगे। यही वादा राहुल गांधी ने अपनी चुनावी जनसभा में भी किया है। जैसे ही हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी, हरियाणा के युवाओं को रोजगार के लिए जोखिम उठाकर विदेशी नहीं भागना पड़ेगा। हरियाणा के युवाओं को हरियाणा में ही रोजगार मुहैया कराया जाएगा और अमेरिका में दुखी युवाओं को वापस देश लाया जाएगा।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं।)