
-कृष्ण बलदेव हाडा-

कोटा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती एवं विश्व अहिंसा दिवस 2 अक्टूबर के अवसर पर जिले में एक साथ प्रातः 9 बजे सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। महाराव उम्मेदसिंह स्टेडियम में आयोजित मुख्य जिला स्तरीय समारोह में लगभग 12 हजार के जनसमूह द्वारा बापू को दी गई इस समवेत स्वरांजलि का साक्षी कोटा बना। सर्वधर्म प्रार्थना सभा, बापू के प्रिय भजनों के गायन और बापू के रूप धरे बच्चों से पूरा वातावरण बापूमय हो गया। तिरंगा हाथ में लिए विद्यार्थी, बापू की प्रेरणा से उत्साही गणमान्य नागरिकगण सभी ने एकसाथ श्रद्धा से बापू को नमन किया और उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करने का संकल्प व्यक्त किया।

वैष्णव जन तो तेने कहिये…
समारोह में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता, संभागीय आयुक्त दीपक नंदी, पुलिस महानिरीक्षक कोटा रेंज प्रसन्न कुमार खमेसरा, जिला कलक्टर ओपी बुनकर, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कावेन्द्र सिंह, उपमहापौर कोटा (दक्षिण) पवन मीणा, कोटा (उत्तर) सोनू कुरैशी, संदीप दिवाकर अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) राजकुमार सिंह, अतिरिक्त कलक्टर (शहर) बृजमोहन बैरवा, यूआईटी सचिव राजेश जोशी, आयुक्त नगर निगम उत्तर वासुदेव मालावत, आयुक्त दक्षिण राजपाल सिंह, विकास अधिकारी लाड़पुरा लाखन सिंह, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, विभिन्न विभागीय अधिकारी, गणमान्य नागरिकों ने गांधीजी को पुष्पांजलि अर्पित की एवं समवेत स्वरों में बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की। बापू के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिये……’, ‘दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल’, ‘जगत को प्यार दे दे हम’ एवं सर्वधर्म प्रार्थना सभा की स्वरांजलि से अभूतपूर्व वातावरण बन गया। सभी ने उत्साह के साथ भावपूर्ण होकर ताली बजाते हुए भजनों का गायन किया।

गांधी जीवन दर्शन को आत्मसात् करने का संकल्प लें-मेहता
खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता ने इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि गांधी ने सत्य और अहिंसा के बल पर देश को आजादी दिलाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गांधी की प्रेरणा से प्रदेश में जनकल्याण में संलग्न हैं। उनका सपना है कि हर बच्चे में गांधी के संस्कार हों। उन्होंने आह्वान किया कि इस अवसर पर सभी बापू की शिक्षाओं और जीवन दर्शन को आत्मसात करने का संकल्प लें।

मोहन से महात्मा’ प्रदर्शनी का आयोजन
इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की ओर से गांधी जीवन दर्शन आधारित ‘मोहन से महात्मा’ प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। अतिथियों ने फीता काटकर प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन किया। प्रदर्शनी में बापू के जीवन दर्शन एवं अहिंसा के साथ आजादी के संघर्ष को दर्शाने वाली चित्रावली प्रदर्शित की गई। इस अवसर पर सहायक निदेशक रचना शर्मा, सहायक लेखाधिकारी द्वितीय देवेन्द्र सिंह चौहान ने अतिथियों का स्वागत किया एवं गांधी साहित्य भेंट किया।
कार्यक्रम में आयोजित गांधी वेश प्रतियोगिता में विद्यार्थी महात्मा गांधी के विभिन्न रूपों में सजकर आए। कोई दांडी मार्च के गांधी बनकर आए तो काई चरखा कातते हुए गांधी। नन्हें तीन बच्चों ने गांधीजी के तीन बंदर का रूप रखकर बुरा न बोलने, बुरा न सुनने, बुरा न देखने की सीख दी। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भीमपुरा का तोसीफ अंसारी खुद ही चरखा बनाकर और गांधी रूप में बनकर आया और आकर्षण का केन्द्र बना। विभिन्न गांधी रूपों में सजे बच्चे सभी का मन मोह रहे थे। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दादाबाड़ी प्रथम, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय द्वितीय, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मल्टीपरपज तृतीय स्थान पर रहे। विजेताओं को पुरस्कार दिए गए एवं सभी संभागियों को भी पुरस्कार देकर उत्साहवर्धन किया गया।

राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन
समारोह में मंच संचालन शारीरिक शिक्षिका नीता डांगी एवं पुरूषोत्तम शर्मा ने किया। राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। इस अवसर पर शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों, स्काउट गाइड, एनसीसी केडेट्स ने भागीदारी निभाई। इनके अलावा विभिन्न संगठनों की भी भागीदारी रही। विद्यार्थियों के आवागमन के लिए जिला प्रशासन द्वारा परिवहन की व्यवस्था की गई।