
-दिल्ली से जयपुर का सफर मात्र 3 घंटे में तय किया जा सकेगा
– दिल्ली.मुंबई एक्सप्रेस.वे पर प्रति एक किलोमीटर की दूरी से सिक्योरिटी कैमरे
-सरिस्का टाइगर रिजर्व, केवलादेव और रणथम्भोर नेशनल पार्क जैसे पर्यटक स्थलों को होगा लाभ
-आपात स्थिति में इस पर फाइटर प्लेन भी उतारे जा सकेंगे
जयपुर। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 12 फरवरी को राजस्थान के दौसा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 246 किलोमीटर के खंड का उद्घाटन किया। दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड से राष्ट्रीय राजधानी और जयपुर के बीच यात्रा के समय में काफी कमी हो जाएगी। दिल्ली से जयपुर का सफर मात्र 3 घंटे में तय किया जा सकेगा। इसके साथ ही दिल्ली से मुंबई की दूरी 24 घंटे से 12 घंटे रह जाएगी। इसे मंगलवार 14 फरवरी को यातायात के लिए पूरी तरह से खोल दिया जाएगा। दिल्ली.मुंबई एक्सप्रेस.वे पर प्रति एक किलोमीटर की दूरी से सिक्योरिटी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावाए हर 50 किलोमीटर पर रेस्ट रूम और मैकेनिक की सुविधा भी की गई है।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। यह राष्ट्रीय राजधानी, दिल्ली और मुंबई के बीच संपर्क को बढ़ाएगा। एक्सप्रेस-वे 93 पीएम गति शक्ति टर्मिनल, 13 बंदरगाहों, आठ प्रमुख हवाई अड्डों और आठ मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) के साथ-साथ जेवर हवाई अड्डे, नवी मुंबई हवाई अड्डे और जवाहर लाल नेहरू बंदरगाह जैसे नए आने वाले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को भी जोड़ेगा। इसके अलावा, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के छह राज्यों से गुजरने वाला यह एक्सप्रेस-वे जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत जैसे आर्थिक केंद्रों से कनेक्टिविटी में सुधार करेगाI

इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि दौसा की जनता डबल इंजन की सरकार चाहती है और ये उनके चेहरों पर दिख रहा है। वहीं, उन्होंने एस्प्रेसव.वे की शुभकामनाएं देते हुए अपने संबोधन का समापन किया।
इसी के साथ राजस्थान में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी के मीणा बाहुल्य इलाके में दौरे को लेकर सियासी गलियारों में काफी चर्चाएं हैं। राजस्थान में यह मोदी का दूसरा दौरा है।

पीएम ने कहा कि ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में भारत आज सबसे ज्यादा काम कर रहा है। इस आधुनिक कनेक्टिविटी का लाभ सरिस्का टाइगर रिजर्व, केवलादेव और रणथम्भोर नेशनल पार्क, जयपुर, अजमेर जैसे अनेक पर्यटक स्थलों को भी होगा। पीएम ने कहा कि कांग्रेस हमारे सैनिकों के शौर्य को कमतर आंकती रही है। उन्होंने कहा कि सीमा पर दुश्मनों को रोक देना, उन्हें मुंहतोड़ जवाब देना, हमारी हमारी सेनाओं को बखूबी आता है। कांग्रेस की सरकारें सीमा से जुड़े गांवों और शहरों का इसीलिए विकास नहीं करती थीं क्योकि वो डरती थीं कि कहीं दुश्मन हमारी ही बनाई सड़कों से चलकर देश के भीतर आ जाएगा। आज वन रैंक वन पेंशन का लाभ राजस्थान के सैनिक परिवारों को मिल रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी सरकार ने हाल ही में अंडमान निकोबार में द्वीपों के नाम सेना के वीरों जवानों के नाम किए हैं। इनमें झुंझनू और जोधपुर के शहीद का नाम भी शामिल है।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की आधारशिला नौ मार्च 2019 को रखी गई थी। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। इसके अलावा सरकार ने पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को एक बड़ा बढ़ावा मिलने का भी दावा किया है। पूरी परियोजना के 1,386 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे को 98,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है।दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे केवल सफर ही सुगम नहीं करेगा बल्कि आपात स्थिति में इस पर फाइटर प्लेन भी उतारे जा सकेंगे। इस सड़क को रोड रनवे के रूप में विकसित किया जा रहा है। सोहना के अलीपुर से मुंबई के बीच इस पर करीब 55 स्थानों पर ऐसे हिस्से विकसित किए जा रहे हैं, जहां फाइटर प्लेन को आसानी से उतारा जा सके। अलीपुर से दौसा तक करीब 296 किलोमीटर के हिस्से में ही करीब 10 ऐसे हिस्से हैं, जहां फाइटर प्लेन आसानी से उतारे जा सकते हैं।

















