
-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
कोटा। गुड़हल या जवाकुसुम वृक्षों के मालवेसी परिवार से संबंधित एक फूलों वाला पौधा है। देखने में इसके फूल बहुत ही सुंदर और मनमोहक होते हैं। इन दिनों यह कोटा की चंबल कॉलोनी में खिले हुए हैं। इन्हें फोटो जर्नलिस्ट अखिलेश कुमार ने खूबसूरती से कैमरे में कैद किया है। इसका वनस्पतिक नाम हीबीस्कूस् रोज़ा साइनेन्सिस है। इस परिवार के अन्य सदस्यों में कोको, कपास, भिंडी और गोरक्षी आदि प्रमुख हैं। यह विश्व के समशीतोष्ण, उष्णकटिबंधीय और अर्द्ध उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।

यह मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है और शरीर में मुक्त कणों के कारण होने वाली कोशिका क्षति को रोकने में मदद कर सकता है। यह हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जटिलताओं के विकास के जोखिम को कम कर सकता है। हिबिस्कस चाय में एंथोसायनिन जैसे अन्य एंटीऑक्सिडेंट होते हैं।

बारहमासी हिबिस्कस नम मिट्टी में सबसे अच्छा बढ़ता है जो कभी पूरी तरह से सूखता नहीं है। मधुमेह या उच्च रक्तचाप की दवाओं वाले लोगों को हिबिस्कस का सेवन करते समय अपने रक्त शर्करा और रक्तचाप के स्तर की निगरानी करनी चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह रक्त शर्करा या रक्तचाप के स्तर को कम कर सकता है। गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गुड़हल की चाय नहीं पीनी चाहिए।
