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-अशोक सैनी-
कोटा।  इंदौर-नई दिल्ली ट्रेन बुधवार से शुरू हो गई। ट्रेन शुरू होते ही कोटा और रतलाम मंडल में वर्किंग विवाद की शुरू हो गया। गाड़ी संख्या 20957 इंदौर से हर बुधवार, शुक्रवार और रविवार शाम 4:45 बजे रवाना कर अगले दिन सुबह 5:05 बजे दिल्ली पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 20958 दिल्ली से हर गुरुवार, शनिवार और सोमवार शाम 7:15 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 6:45 बजे इंदौर पहुंचेगी। इंदौर से आते समय कोटा में इस ट्रेन का समय रात 10:10 बजे रहेगा। जबकि दिल्ली से आते समय कोटा में यह ट्रेन रात 12:35 बजे पहुंचेगी। रास्ते में ट्रेन बड़नगर, रतलाम, नागदा, रामगंजमंडी, सवाई माधोपुर, भरतपुर और मथुरा स्टेशनों पर भी रुकेगी। ट्रेन में एक फर्स्ट एसी, दो सेकंड एसी, छह थर्ड एसी, 8 स्लीपर तथा सामान्य और एसएलआर सहित कुल 22 कोच हैं।

स्टेशन पर हुआ हंगामा

ट्रेन चलाने को लेकर कोटा और रतलाम मंडल के टीटीई तथा गार्ड-ड्राइवर आमने-सामने हो गए। रात करीब 10:15 बजे ट्रेन कोटा पहुंचने पर यहां के टीटीई और गार्ड-ड्राइवरों ने जबरन रतलाम के स्टाफ से चार्ज लेना शुरु कर दिया। कोटा स्टाफ को रतलाम के गार्ड-ड्राइवरों से चार्ज लेने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई, लेकिन टीटीई चार्ज नहीं देने पर अड़ गए।
सूचना मिलने पर कुछ ही देर में दर्जनों टीटीई तथा बड़ी संख्या में रेलवे मजदूर संघ और एम्पलाई यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता स्टेशन पहुंच गए। लेकिन इसके बाद भी रतलाम की टीटीई चार्ज देने को तैयार नहीं हुए। रतलाम के टीटीइयों ने यात्रियों के चार्ट भी कोटा स्टाफ के हवाले नहीं किए। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में जोरदार बहस होती रही। बात नहीं बनने पर कोटा के स्टाफ ने स्टेशन पर हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद मामला कोटा और रतलाम मंडल के अधिकारियों तक भी पहुंच गया। बाद में बड़ी मुश्किल से रतलाम के टीटीई कोटा स्टाफ को चार्ज देने को तैयार हुए। इसके बाद कोटा के टीटीई और गार्ड-ड्राइवर ट्रेन को दिल्ली तक ले गए।

कर्मचारी संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन
इससे पहले रेलवे मजदूर संघ ने ट्रेन के समय हाथों में तिरंगा लिए कोटा मंडल को वर्किंग देने की मांग करते हुए स्टेशन पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।दिन में एम्पलाई यूनियन ने भी डीआरएम कार्यालय के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया। उसके बाद यूनियन ने कोटा मंडल को वर्किंग की मांग का एक ज्ञापन डीआरएम को सौंपा। ज्ञापन यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि ट्रेन की वर्किंग कोटा मंडल को नहीं दी गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।

टीटीई की वर्किंग कोटा को

वहीं मामले में राकेश शर्मा ने बताया कि टीटीई की वर्किंग कोटा मंडल को मिली है। प्रशासन द्वारा इसके आदेश भी जारी किए गए हैं। लेकिन इसके बाद भी रतलाम मंडल बेवजह अड़ा हुआ है। सवा घंटे खड़ी रही ट्रेन वर्किंग मामले को लेकर हुए हंगामे के चलते ट्रेन कोटा स्टेशन पर करीब सवा घंटे अतिरिक्त खड़ी रही। 10:15 बजे पहुंची ट्रेन 11.40 बजे कोटा से रवाना हुई। प्लेटफार्म खाली नहीं होने के चलते इंदौर-निजामुद्दीन इंटरसिटी और हापा-जम्मूतवी स्वराज एक्सप्रेस भी करीब 35-35 मिनट आउटर पर और रास्ते में खड़ी रही।

(लेखक स्वतंत्र पत्रकार एवं रेलवे मामलों के जानकार हैं)

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