
-भारतीय सांस्कृतिक निधि वराह नगरी बारां अध्याय द्वारा पंचफल बॉटनिकल गार्डन कुन्जेड की पहल
बारां। शाहबाद घाटी के सुरम्य वैभव और जंगलों के महत्व को लेकर शुरू की गई मुहिम को आगे बढ़ाने में जुटी भारतीय सांस्कृतिक निधि वराह नगरी बारां अध्याय द्वारा पंचफल बॉटनिकल गार्डन कुन्जेड के सहयोग से 26 जनवरी को एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।
इस सेमिनार के आयोजन के दौरान शाहबाद जंगल बचाओ आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं और पर्यावरण प्रेमियों की एक बैठक भी होगी जिसमें तय रणनीति को पूरी तरह लागू कर आंदोलन को मजबूती दी जाएगी।
भारतीय सांस्कृतिक निधि वराह नगरी बारां अध्याय के संयोजक जितेंद्र कुमार शर्मा और पंचफल बॉटनिकल गार्डन कुन्जेड के निदेशक और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशान्त पाटनी ने बताया कि इस सेमिनार में राष्ट्रीय स्तर के पर्यावरण विद, बुद्धिजीवियों,साहित्यकारों,संभाग स्तर के सामाजिक संगठनों,विभिन्न प्रकार की संस्थाओं के सदस्य और गणमान्य नागरिक, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधियों की सहभागिता रहेगी।
पंचफल बॉटनिकल गार्डन कुन्जेड के निदेशक और इंटेक बारां चैप्टर के सदस्य प्रशांत पाटनी ने बताया कि इस सेमिनार का आयोजन पंचफल बॉटनिकल गार्डन कुन्जेड में किया जाएगा जिसमें जयपुर ,चित्तौड़, कोटा,बूंदी, झालावाड़, सवाई माधोपुर समेत प्रदेश की कई जगह से लगातार आवाज उठाने वाले लोगों द्वारा अपनी मांग को उठाया जाएगा।
पर्यावरण विद प्रशांत पाटनी ने कहा कि इस सेमिनार में शाहबाद घाटी संरक्षण संघर्ष समिति बारां,दिया फाउंडेशन, वृक्ष मित्र फाउंडेशन और चम्बल संसद, राष्ट्रीय जल बिरादरी के वरिष्ठ पदाधिकारी समेत शाहबाद संरक्षित वन अभ्यारण्य क्षेत्र के प्रभावित गांवों से कार्यकर्ता शामिल होंगे।
इंटेक बारां चैप्टर के कन्वीनर जितेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि कुन्जेड में आयोज्य इस सेमिनार में राष्ट्रीय विरासत और राजस्थान के हरे कश्मीर को बचाने के लिए सभी लोग बारां से दोपहर 1 बजे विरासत यात्रा के रूप में रवाना होंगे। इस आयोजन में शामिल होने वाले सभी लोगों द्वारा अपनी सहभागिता की सहमति प्रदान कर दी गई है।