
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय में महिला नीति के अंतर्गत व्याख्यान आयोजित किये गए। महिला प्रकोष्ठ प्रभारी प्रो अनिता वर्मा ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुमन गुप्ता ने की विशिष्ट अतिथि प्रो सीमा चतुर्वेदी थी। मुख्य वक्ता विधिवेत्ता डॉ अरुण कुमार शर्मा व श्रीमती कल्पना शर्मा थी। एडवोकेट कल्पना शर्मा ने कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न पर प्रभावी व्याख्यान देते हुए कहा कि” परिवेश बदल रहा है । व्यवहार में संतुलन बनाएं शिक्षा व्यक्तित्व का विकास करती है । कानून अब संबल के रूप में सहायक हुआ है। महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है तो अनेक चुनोतियों का सामना भी करना पड़ा है। वे घर और बाहर दोहरी भूमिका निभा रही है। डॉ अरुण कुमार शर्मा ने PCPNDT ACT के बारे में बताया की यह अधिनियम कन्या भ्रूण हत्या और गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए है। इस अधिनियम से प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। सम्पत्ति में पुत्रियों का अधिकार पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि आज पुत्र और पुत्रियों में अन्तर की मानसिकता में परिवर्तन आया है। पुत्रियाँ भी पैतृक संपत्ति में बराबर की हक़दार है। आज जमाना बदल गया है। दोनों विधिवेत्ता ने महत्वपूर्ण क़ानूनी जानकारी बहुत ही रोचक प्रभावी और ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर छात्र छात्राओँ की उपस्थिति रही।छात्र छात्राओँ और संकाय सदस्यों ने व्याख्यान कर्ताओ से अनेक प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत की।प्रभारी प्रो अनिता वर्मा ने प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित जानकारी देते हुए सबका स्वागत किया। मतदाता जागरूकता पर प्रो जया शर्मा प्रो विवेक मिश्र ने विस्तार से जानकारी दी और कहा लोकतंत्र के महायज्ञ में भागीदार बने वोट अवश्य दें। कार्यक्रम में प्रो वंदना शर्मा प्रो सुनीता गुप्ता प्रो संतोष मीणा प्रो विवेक शंकर प्रो जयश्री राठौर प्रो हरिनारायण कोली प्रो केजी महावर प्रो आदित्य गुप्ता तलविंदर कौर उपस्थित रहे।कार्यक्रम संयोजक प्रो जयश्री राठौर रही। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन प्रो संध्या गुप्ता ने किया ।