
-पांच सदस्य किए शामिल, तीन आईआईटी व दो एनआईटी के प्रतिनिधि
कोटा. देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड के बाद आईआईटी व एनआईटी में होने वाली प्रवेश प्रक्रिया की जोसा काउंसलिंग के लिए कमेटी का पुर्नगठन शिक्षा मंत्रालय ने किया है। इस कमेटी में इस बार 4 आईआईटी व एक एनआईटी के सदस्य को प्रतिनिधि के तौर पर शामिल किया गया है।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि हर वर्ष आईआईटी-एनआईटी में प्रवेश के लिए होने वाली जोसा काउंसलिंग की प्रक्रिया को निर्धारित नियमानुसार संपन्न करवाने के लिए कमेटी का गठन किया जाता है। इसमें इस वर्ष आईआईटी खड़गपुर, कानपुर, मद्रास एवं एनआईटी राउरकेला व सूरतकल के प्रतिनिधि को शामिल किया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष जेईई-एडवांस्ड परीक्षा आईआईटी कानपुर द्वारा आयोजित की जा रही है। ऐसे में आईआईटी कानपुर को काउंसलिंग के दौरान आईआईटीज में प्रवेश के लिए सम्पूर्ण अधिकार प्राप्त होंगे। आईआईटी कानपुर, ज्वाइंट सीट अलोकेशन बोर्ड (जैब) के साथ समन्वय बिठाकर काउंसलिंग करवाएगा एवं एनआईटी, ट्रिपलआईटी की ओर से एनआईटी राउरकेला, सेंट्रल सीट अलोकेशन बोर्ड के साथ समन्वय कर काउंसलिंग करवाएगा।
75 प्रतिशत बोर्ड पात्रता को लेकर असमंजस बरकरार
आहूजा ने बताया कि इस वर्ष भी अभी तक की प्राप्त जानकारी के अनुसार आईआईटी-एनआईटी में प्रवेश के लिए ज्वाइंट काउंसलिंग करवाई जाएगी। ऐसे में कॉमन काउंसलिंग होने पर आईआईटी-एनआईटी में प्रवेश पात्रता भी समान रहती है, परन्तु एनआईटी द्वारा जेईई-मेन के इनफोर्मेशन बुलेटिन में बोर्ड पात्रता को 75 प्रतिशत या टॉप-20 पर्सेन्टाइल सुनिश्चित कर दिया गया है। परन्तु आईआईटी द्वारा अभी भी वेबसाइट पर आईआईटी में प्रवेश के लिए बोर्ड पात्रता जारी नहीं की गई है। ऐसे में असमंजस की स्थिति बन गई है कि क्या कॉमन काउंसलिंग होने के बावजूद आईआईटी एनआईटी में प्रवेश के लिए बोर्ड पात्रता अलग-अलग होंगी या समान रहेंगी।