
-देवेंद्र यादव-

बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव 21 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। क्या पप्पू यादव झारखंड की तरह दिल्ली में भी कांग्रेस के लिए करिश्मा करेंगे। इस पर सभी की नजर है क्योंकि दिल्ली के अंदर पूर्वांचल के मतदाताओं का बड़ा महत्व है, या यूं कहे दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों की जीत की चाबी पूर्वांचल के मतदाताओं के हाथों में है। पप्पू यादव पूर्वांचल के मतदाताओं के बीच काफी लोकप्रिय नेता हैं क्योंकि पप्पू यादव पूर्वांचल के लोगों की संकट की घड़ी में हमेशा पूर्वांचल के लोगों के साथ खड़े दिखाई देते हैं। बिहार में बाढ़ हो या फिर कोरोना के समय पप्पू यादव के द्वारा की गई मदद हो या बेरोजगार युवाओं और छात्रों के हक की लड़ाई हो पप्पू यादव हमेशा बिहार और पूर्वांचल के लोगों के साथ खड़े नजर आते हैं। पप्पू यादव झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ खड़े नजर आएंगे, और झारखंड की तरह दिल्ली में भी कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए प्रचार करेंगे।
लगने लगा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी गंभीर हैं। इसे पप्पू यादव की दिल्ली विधानसभा चुनाव में एंट्री से समझा जा सकता है। पप्पू यादव पर राहुल गांधी को भरोसा है। इसीलिए राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी ने पप्पू यादव को दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दी है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय संयोजक के राजू की लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन राजस्थान की टीम को भी राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर डॉक्टर शंकर यादव के नेतृत्व में दिल्ली चुनाव में विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में तैनात किया है।
के राजू की टीम कोऑर्डिनेटर डॉक्टर शंकर यादव के नेतृत्व में जनता को संविधान के महत्व को समझाएंगे और यह भी बताएंगे कि संविधान है तो आरक्षण है। यदि संविधान नहीं रहा तो आरक्षण भी नहीं रहेगा। संविधान की रक्षा करना है और आरक्षण बचाना है मुहिम को लेकर गांधी परिवार के खास नेता के राजू की टीम घर घर जाकर दलित आदिवासी पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों को बताएगी।
कांग्रेस की दिल्ली में घर वापसी का रास्ता पूर्वांचलियों और दलित आदिवासी और मुस्लिम वर्ग के मतदाताओं के घरों से ही निकलेगा। शायद इसीलिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने सबसे नजदीक नेताओं पप्पू यादव और के राजू को बड़ी जिम्मेदारी दी है। कांग्रेस संविधान बचाओ आरक्षण बचाओ के जिस अभियान को लेकर देश भर में नजर आ रही है। अभियान का फायदा कांग्रेस को 2024 के लोकसभा चुनाव में हुआ था और इस अभियान को चलाने का आईडिया भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे गांधी परिवार के विश्वास पात्र नेता पूर्व सांसद के राजू है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)