
राजकीय महाविद्यालय, बौंली में राजभाषा हिंदी के सम्मान में हिंदी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय में वाद-विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसका विषय सदन की राय में हिंदी भारत की संपर्क और रोजगार की भाषा है रखा गया। इससे पूर्व महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा विधिवत दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया। हिंदी दिवस पर मुख्य वक्तव्य देते हुए महाविद्यालय में हिंदी के सहायक आचार्य डॉ.रामावतार मेघवाल ने कहा कि हिंदी हमारे आत्मसम्मान की भाषा है। आज तकनीकी के दौर में हिंदी और ज्यादा सक्षम एवं समर्थ होकर विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर रही है। इस अवसर पर उन्होंने अपनी हिंदी ग़ज़लों का पाठ किया और इन पंक्तियों के साथ सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दी कृषक खेत खलिहान है हिंदी, इस दिल का अरमान है हिंदी। इस अवसर पर वाणिज्य संकाय के सहायक आचार्य डॉ.धारासिंह मीणा ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा, राष्ट्रभाषा और राजभाषा है। हमें इसका सम्मान करना चाहिए। विजय कुमार मीणा ने हिंदी की उपयोगी जानकारी दी । सहायक आचार्य डॉ.बाबूलाल मीणा ने विजेता छात्र-छात्राओं के नामो की घोषणा की और आशीर्वचन प्रदान किये। इस दौरान महाविद्यालय के सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार ज्ञापन डॉ.रामावतार मेघवाल द्वारा किया गया।

















