
-ए एच जैदी-
(नेचर प्रमोटर)
कोटा। कोटा विश्वविद्यालय के चित्रकला विभाग की ओर से सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका उद््घाटन और समापन वाइस चांसलर डॉ नीलिमा सिंह ने किया। इस कार्यशाला में सभी फेकल्टी सदस्य व विद्यार्थियों ने कलकत्ता से आये कलाकार श्री धनन्जय करमाकर ओर मधुसुदंन दास से कला की बारीकियों को समझा।

कलाकार धनन्जय ने विश्व विद्यालय के गेस्ट हाउस की दीवार पर सीमेंट से गौतम बुद्ध की कलाकृति को उकेरा। ऐसी म्यूरल आर्ट बनाने में समय लगता है। इसी बीच मधुसूदन ने वाटर कलर से लैंडस्केपिंग की बारीकियों से कार्य कर कला से रूबरू कराया। उन्होंने विद्यार्थियों से स्केचिंग करवाकर पोट्रेट भी बनवाये। कार्य शाला में कलाप्रेमी विशाल जोशी दो बार लेकर गए और समापन के दिन 6 घण्टे कलाकारों के साथ रहे। कार्यशाता में डॉ शालिनी भारतीय, डॉ अचल अरविंद, डॉ आर के चौधरी, डॉ मुक्ति पराशर डॉ नीतू सिंह की मुख्य भूमिका रही। फेकल्टी सदस्य और चित्रकला में रुचि रखने वाले बाहरी कलाकार भी इन दिनों कार्यशाला का अवलोकन करने आए।

समापन समारोह की मुख्य अथिति डॉ नीलिमा सिंह ने कलाकारों की बहुत तारीफ की। इन दिनों में जो कार्य हुआ उसे बारीकी से देखा और छात्र-छात्राओं का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मनित किया। इस अवसर पर डॉ आर के उपाध्याय साहब विशिथ अथिति ने भी सम्बोधित किया। डॉ शालिनी भारतीय व डॉ आर के चौधरी साहब ने धन्यवाद दिया।

















