
कोटा. राजकीय कला महाविद्यालय कोटा में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (उच्च शिक्षा राजस्थान) के द्वारा गुरु-वंदन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. रोशन भारती, मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता सेवानिवृत्त प्राचार्य प्रो. एम.एल.गुप्ता और विशिष्ट अतिथि प्रो.विजय कुमार पंचोली (सहायक निदेशक उच्च शिक्षा कोटा परिक्षेत्र) थे। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (उच्च शिक्षा राजस्थान) की जिला अध्यक्ष प्रो. मंजू गुप्ता भी मंचस्थ रही। कार्यक्रम का संचालन प्रो.आदित्य कुमार गुप्त ने किया। इस अवसर बोलते हुए मुख्य वक्ता प्रो. एम.एल. गुप्ता ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा के विकास में महर्षि वेदव्यास जी का बड़ा योगदान है। आपने संस्कृत भाषा के विशिष्ट उदाहरणों द्वारा ज्ञान परंपरा और गुरु पूर्णिमा का महत्व प्रतिपादित किया।सहायक निदेशक प्रो. विजय कुमार पंचोली ने कहा कि बिना गुरु के मुक्ति संभव नहीं है। इसलिए जीवन से मुक्ति के लिए हमें गुरु की आवश्यकता होती है। प्राचार्य रोशन भारती ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हम बड़े भाग्यशाली हैं, जो गुरुत्व के दायित्व का निर्वाह कर रहें हैं। गुरु जीवन में अनुशासन सिखाता है। इस अवसर पर नव मनोनीत जिला अध्यक्ष प्रो मंजू गुप्ता एवं सह संयोजक प्रो रामावतार का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम में प्रो कल्पना शर्मा, प्रो अमिताभ वासु,प्रो जयाशर्मा,प्रो विवेक शंकर, प्रो एल सी अग्रवाल, डॉ विनीता राय, प्रो एच एन कोहली, प्रो मंजू जैन, प्रो गुलाम रसूल, प्रो सुमन गुप्ता, प्रो संजय लक्की, प्रो संजीव चौहान ,प्रो रामावतार, प्रो विवेक मिश्र, प्रो अनिल पारीक प्रो नीलम गोयनका, प्रो के जी महावर, डॉ कल्पना श्रृंगी, डॉ चंचल गर्ग प्रो नुसरत फातिमा आदि 50 से अधिक प्रोफेसर और विद्यार्थियों की गरिमापूर्ण उपस्थिति रही। अंत में इकाई सह सचिव डॉ महावीर साहू ने धन्यवाद प्रकट किया।