
-राजेन्द्र सिंह जादौन-
चंडीगढ़। हरियाणा के हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश और राज्यसभा सदस्य रणदीप सुरजेवाला ने पार्टी से टिकट मिलने से पहले ही विधानसभा सीटों से अपने बेटो के नामांकन पत्र दाखिल करवा दिए। जयप्रकाश ने नामांकन दाखिल करवाते हुए कहा हम ही कांग्रेस है और लिस्ट में नाम जरूर होगा। उधर राज्यसभा सदस्य सुरजेवाला ने अपने बेटे का नामांकन दाखिल करवाते हुए भीड़ जमा कर ताकत दिखाई।
राजस्थान से राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने अपने बेटे आदित्य सुरजेवाला का नामांकन कैथल से और जयप्रकाश जेपी ने अपने बेटे विकास सहारण का नॉमिनेशन कलायत से दाखिल करवाया है।
इन नेताओं का यह भी कहना है कि उनके बेटों की टिकट पक्की है। जेपी ने तो यह भी कहा है कि वह ही कांग्रेस हैं। लिस्ट आएगी तो उसमें हमारा नाम जरूर होगा। वहीं, सुरजेवाला ने बेटे के नामांकन के बाद भीड़ इकट्ठी कर अपनी ताकत दिखाई। उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया।
कांग्रेस ने अब तक उम्मीदवारों की 2 लिस्ट जारी की हैं। इसमें पहली लिस्ट में 32 और दूसरी में 9 उम्मीदवार थे। अभी 49 उम्मीदवार घोषित होना बाकी है। रणदीप सुरजेवाला ने 2019 के विधानसभा चुनाव में कैथल से हुई अपनी हार को याद किया। उन्होंने कहा, “चुनाव हारने के बाद लगा था कि राजनीति का दरवाजा सदा के लिए बंद हो गया। 20 साल की मेहनत जैसे गुम हो गई। यह भी लगा कि आगे बढ़ना मुश्किल होगा, लेकिन जनता का समर्थन हमेशा हमारे साथ रहा और इसी आत्मविश्वास से हम फिर चुनावी मैदान में उतर रहे हैं।’
आदित्य सुरजेवाला ने नामांकन के बाद कहा, ‘मैं अपने दादा स्व. शमशेर सुरजेवाला और पिता रणदीप सुरजेवाला के दिखाए मार्ग पर चलकर कैथल की तरक्की करूंगा। कैथल की जनता से हमारे पारिवारिक संबंध हैं और मैं उन्हीं संबंधों को मजबूत करने का काम करूंगा।’ इससे पहले सुरजेवाला खुद विधानसभा चुनाव लड़ने की कोशिश में थे। हालांकि, पार्टी हाईकमान ने पहले ही साफ कर दिया है कि कोई भी सांसद चुनाव नहीं लड़ेगा। इसके बाद सुरजेवाला अपने बेटे आदित्य सुरजेवाला के लिए टिकट मांग रहे थे।
उधर, जयप्रकाश जेपी ने लिस्ट आने से पहले ही बेटे के नामांकन पत्र दाखिल करने के सवाल पर कहा, ‘कांग्रेस पार्टी की तरफ से नामांकन किया है और लिस्ट भी आ जाएगी। पार्टी का फैसला है। पार्टी जो करेगी, वह करेंगे और हमारा नाम होगा। मैं सांसद हूं और कांग्रेस भी तो हम ही हैं। लोकसभा का सांसद ही तो कांग्रेस होता है।’
आगामी लिस्ट में नाम न होने की संभावना पर जयप्रकाश ने कहा, ‘विकास भी पार्टी का कैंडिडेट है और मैं भी सांसद हूं। अब विकास की टिकट नहीं होती है तो वह निर्दलीय लड़ेगा या नहीं, वह विकास से पूछो। वैसे मैं कांग्रेस में हूं और सामाजिक तौर पर उसका पिता हूं, उसके साथ रहूंगा।’ विकास ने कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी मुझे टिकट देगी। जैसे लिस्ट आएगी, आप सबको पता चल जाएगा। मैं चुनाव लड़ूंगा, इसलिए आज नामांकन किया है। जैसे 1989 में पहली बार मेरे पिता जेपी साहब को लोगों ने आशीर्वाद देकर सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचाया था, उसी तरह जनता मुझ पर भी विश्वास करेगी।