
-देवेंद्र यादव-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिसार की चुनावी सभा में कांग्रेस को किसान विरोधी बताया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा किसानों की भलाई की है। केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार किसानों के सम्मान में किसान निधि के रूप में ₹6000 साल दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हरियाणा की चुनावी सभा में किसानों का जिक्र करना बतला रहा है कि हरियाणा चुनाव में किसानों का मुद्दा कितना महत्वपूर्ण है।
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी सभा में किसान की भलाई की बात कर रहे हैं तो वहीं भाजपा के नेता कुछ और बयान दे रहे हैं। इससे लगता है कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी एक जुट नहीं है। जबकि टिकटो के बंटवारे के बाद कांग्रेस हरियाणा में बिखरी हुई नजर आ रही थी, मगर राहुल गांधी ने 26 सितंबर को हरियाणा में अपनी पहली चुनावी सभा करके कांग्रेस को एक जुट कर दिया।
अब हरियाणा चुनाव की कमान राहुल गांधी ने सीधे अपने हाथों में ले ली है, जिसका असर यह हुआ कि हरियाणा के तमाम नेता पूरी मुस्तैदी के साथ हरियाणा में कांग्रेस की सत्ता में वापसी कराने के लिए एकजुट हो गए।
राहुल गांधी हरियाणा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी भाषा में ही जवाब देते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसकी झलक अमेरिका में हरियाणा के युवाओं से की गई मुलाकात और उन युवाओं के परिवार जनों से हरियाणा में आकर मिलना और बाद में उन युवकों से मुलाकात के दरमियान हुई मार्मिक बातों को चुनावी जनसभा से जन समूह के सामने बयां किया। यइ बताता है कि राहुल गांधी अब नरेंद्र मोदी को उनकी भाषा में जवाब देना सीख गए हैं। जिसका फायदा कांग्रेस को मिलता हुआ भी नजर आ रहा है।
अमेरिका में हरियाणा के युवाओं से की गई मुलाकात ने राहुल गांधी के आत्मविश्वास और हौसलें को बढ़ाया है। यही वजह है कि राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की कमान अपने हाथ में ले ली है। इसकी बड़ी तस्वीर 30 सितंबर से राहुल गांधी की हरियाणा विजय संकल्प यात्रा के दरमियान देखने को मिलेगी। हरियाणा विधानसभा का चुनाव यह भी साबित कर रहा है कि कांग्रेस की जीत को लेकर राहुल गांधी कितने गंभीर हैंर्। इससे पहले राहुल गांधी पर उनके विरोधी आरोप लगाते हुए दिखाई देते थे कि राहुल गांधी राज्य के विधानसभा चुनाव को गंभीरता से नहीं लेते हैं, और चुनाव के समय विदेश चले जाते हैं। मगर राहुल गांधी ने हरियाणा चुनाव में राजनीतिक गंभीरता दिखाते हुए कांग्रेस के नेताओं पर अपना राजनीतिक दबाव बनाया। कांग्रेस के नेताओं पर बनाए गए दबाव के कारण हरियाणा में कांग्रेस एकजुट नजर आ रही है। कांग्रेस नेताओं की एकजुटता के कारण हरियाणा में कांग्रेस जीत का इतिहास भी लिख सकती है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं।)
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