-स्याह गोरखधंधे को सफेद बनाने के लिए खान माफिया अपना रहे यह तरीका
-कृष्ण बलदेव हाडा-

कोटा। राजस्थान में बारां जिले के अवैध खनन माफिया ने अपने स्याह गोरखधंधे को सफेद करने का तरीका यह अपनाया हुआ है कि कोटा जिले में बरसों पहले वैध तरीके से आवंटित की गई खदानों के पेटे बारां जिले की अवैध खदानों से निकाले गए पत्थरों से क्रेशर से गिट्टी बनाई जाती है ताकि बारां जिले में व्यापक पैमाने पर हो रहे अवैध खनन पर पर्दा पड़ा रहे।
असल में हो यह रहा है कि कोटा जिले की दीगोद तहसील क्षेत्र के पांचड़ा गांव और पांचड़ा की झोपड़ियां के पास बरसों पहले वैध तरीके से गिट्टी बनाने के लिए पत्थरों की खुदाई करने को खानें लीज पर आवंटित की गई थी। यह खानें वर्षों तक चलती रही और इनसे तब तक पत्थर निकाला जाता रहा, जब तक कि उसमें पत्थर था लेकिन जब पत्थर नहीं बचा तो यहां खनन का काम बंद कर दिया गया और अब यह खानें बंद पड़ी है जिनमें आम तौर पर इनमें साल भर बरसाती पानी भरा रहता है। खनन के लिहाज से यह खाने अब अनुपयोगी हो चुकी है लेकिन इन वैध खानों के नाम का उपयोग अभी भी बकायदा खनन माफिया कर रहे हैं।

इन खनन माफियाओं ने पांचड़ा गांव और पांचड़ा की झोपड़ियां के पास के बारां जिले में आने वाले अंता तहसील क्षेत्र के खान की झोपड़ियां गांव में व्यापक पैमाने पर पांचड़ा गांव और पांचड़ा की झोपड़ियां के खानें खोद रखी है जिनसे पत्थरों की खुदाई की जाती है और यहां लगाए गए भारी-भरकम क्रेशरों से खान से निकले इन पत्थरों को क्रेशर में गिट्टी में बदल कर बेचा जाता है। जिसका उपयोग इन दिनों आठ लेन हाईवे के निर्माण में व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है। यह सारी कारगुजारी बारां जिले में खान की झोपड़ियां गांव में हो व्यापक पैमाने पर हो रहे अवैध खनन पर पर्दा डालने की कोशिश के तहत हो रही है क्योंकि वहां एक भी वैध खान नही है इसलिए वहां से निकाले गए पत्थर को कागजों में यह दर्शाया जाता है कि वह पत्थर कोटा जिले की दीगोद तहसील क्षेत्र के पांचड़ा गांव और पांचड़ा की झोपड़ियां की पत्थर खदानों से निकाला गया है और उस पत्थर का क्रेशर से गिट्टी बनाई गई है जबकि वहां की खानों में तो खुदाई बरसों पहले ही बंद हो चुकी है और इन खदानों में तो अब पानी भरा हुआ है इसलिए वहां से पत्थर निकालने का तो सवाल ही नहीं।
बारां जिले के राजनीतिक संरक्षण में हो रहे इस अवैध खनन के खिलाफ कोटा जिले की सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक पूर्व कैबिनेट मंत्री भरत सिंह कुंदनपुर ने अपने स्वर मुखर किए हुए हैं और राज्य सरकार के मुखिया अशोक गहलोत को पत्र लिखकर आरपार की लड़ाई लड़ने की चेतावनी दिए जाने के बाद उन्होंने अब घोषणा की है कि वे इस अवैध खनन के खिलाफ जनवरी महीने के पहले सप्ताह में विशाल प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन कहां होगा और किस तिथि पर होगा, यह अभी तय नहीं किया जा रहा है लेकिन आज कल में घोषणा कर दी जायेगी। इस विशाल प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए विधायक श्री भरत सिंह और उनके समर्थक अब गांव-गांव में व्यापक पैमाने पर जनसंपर्क में जुटे है एवं जल्दी ही प्रदर्शन की तारीख तय की जाएगी।
श्री भरत सिंह ने इस संबंध में कोटा के जिला कलक्टर ओपी बुनकर को एक पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने कहा है कि कोटा का खनन विभाग इस अवैध खनन को रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है इसलिए उन्हें यह प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उनका यह संघर्ष अवैध खनन कर रहे हो खान माफिया और उन्हें संरक्षण दे रहे राजनेताओं के खिलाफ और यह संघर्ष इस अवैध खनन को रोके जाने तक जारी रहने वाला है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं)