
-दुष्यंत सिंह गहलोत-
सांगोद। परम्परागत व्यवसायों को बढावा देने के लिये उपखण्ड अधिकारी कनवास राजेश डागा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। राजेश डागा ने बताया कि कई परम्परागत व्यवसाय विलुप्त होने की कगार पर हैं, जिसका मुख्य कारण विदेशी वस्तुओं का अत्यधिक आकर्षित होना है। हमे विदेशी वस्तुओं का त्याग कर स्वदेशी सामग्री को बढावा देना चाहिये। इस कार्य को प्रोत्साहित करने हेतु उपखण्ड प्रशासन ,पंचायत समिति द्वारा अनूठी पहल करते हुए ग्राम पंचायतों एवं भामाशाहों के सहयोग से लगभग 50 हजार के पुरस्कार वितरित किये जायेंगे , जिसमें
1. प्रति 20 मिट्टी दीपकों की खरीद पर 01 कूपन दिया जायेगा।
2. कुक्भकारों/मिटृटी दीपक विक्रेताओं के माध्यम से कूपन दिये जायेंगे।
3. दीपावली पश्चात इन कूपनों से निकाली जायेगी लॉटरी , एवं 217 पुरस्कारों की होगी लॉटरी।
4. प्रथम पुरस्कार 01 फ्रिज, तो द्वितीय पुरस्कार कुलर, तृतीय पुरस्कार 03 मिक्सी, चौथा पुरस्कार हेलमेट(11) तो पांचवा पुरस्कार दीवारी घडी(200) होगी।
इस कार्य को करने में प्रत्येक ग्राम पंचायत द्वारा 2000 रूपये , पंचायत समिति सदस्य महावीर मेरोठा ने 5100 रूपये, स्थानीय जनप्रतिनिधि नरेन्द्र सोनी ने 2100, कमल आबिद ने 2100 , कोशल सोनी द्वारा 11 हेलमेट का सहयोग दिया जायेगा।
बैठक में खण्ड विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद मीना ने भी सभी ग्राम पंचायतों एवं भामाशाहों से सहयोग के फेसले का धन्यवाद ज्ञापित किया।बैठक में शकुन्तलाबाई सरपंच ग्राम पंचायत देवलीमांझी, महावीर बैरवा सरपंच ग्राम पंचायत बालूहेडा, मोतीलाल मीना सरपंच ग्राम पंचा यत खजूरी, बीना खटीक सरपंच ग्राम पंचायत कनवास, रामकल्याण सरपंच बास्याहेडी, पंचायत समिति सदस्य महावीर मेरोठा, नरेन्द्र सोनी समाजसेवी, कोशल सोनी समाज सेवी, घनश्याम नागर समाज सेवी धूलेट, एवं सहकारी समिति के व्यवस्थापक उपस्थित रहे।

















