
-देवेन्द्र यादव-

उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा सीट के उप चुनाव बताएंगे कि 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को मिली 43 लोकसभा सीटों को जिताने वाला असली किंग कौन था समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव या कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी। यह सवाल इसलिए है क्योंकि राजनीतिक गलियारों में उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को मिली सफलता का ज्यादा श्रेय समाजवादी पार्टी और उसके नेता अखिलेश यादव को दिया जा रहा है। शायद यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में हो रहे नौ विधानसभा सीटों के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी कांग्रेस को मात्र दो सीट दे रही थी, और राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतारने से मना कर दिया। उन्होंने अखिलेश यादव के सामने चुनौती रख दी की समाजवादी पार्टी विधानसभा के उपचुनाव की 9 सीटों पर जीत दर्ज करके बताएं। उत्तर प्रदेश के चुनाव में राहुल गांधी के फैसले को अखिलेश यादव समझ गए और इसीलिए अखिलेश यादव कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपचुनाव में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी समाजवादी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि सारे उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के ही हैं। इनमें से एक भी उम्मीदवार इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों से नहीं है। उत्तर प्रदेश विधानसभा का उपचुनाव यह भी तय करेगा की भविष्य में उत्तर प्रदेश के होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का इंडिया गठबंधन बरकरार रहेगा भी या नहीं। यदि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को आशा के अनुरूप जीत नहीं मिली तो यह बात सामने आएगी की उत्तर प्रदेश में 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को जो सफलता मिली थी उसमें बड़ा योगदान राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आरक्षण बचाओ और संविधान बचाओ अभियान की बड़ी भूमिका का था। इसका फायदा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से ज्यादा अखिलेश यादव कि समाजवादी पार्टी को इसलिए मिला था क्योंकि वह कांग्रेस से अधिक सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ी थी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा का उपचुनाव इंडिया गठबंधन के नेताओं का भ्रम दूर करने वाला भी होगा। समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र में प्रेशर पॉलिटिक्स पर उतरती हुई दिखाई दे रही है। वहां समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन से पांच विधानसभा की सीट मांग रही है और नहीं देने पर 25 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े करने की बात कर रही है। महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन के भीतर कांग्रेस सहित शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टी प्रमुख हैं और मजबूत भी। तीनों ने आपस में टिकटो का बटवारा भी बराबर बराबर कर लिया है। वहीं कुछ सीट इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के लिए भी सुरक्षित रखी हैं। उन सीटों पर ही समाजवादी पार्टी की नजर पड़ती नजर आ रही है।
समाजवादी पार्टी के लिए महाराष्ट्र से ज्यादा उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीट जीतना भविष्य की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि महाराष्ट्र में राहुल गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बहुत मजबूत है जो महाराष्ट्र की सत्ता में वापसी करने जा रहा है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं।)