
-विष्णुदेव मंडल-

चेन्नई। अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में इंजीनियरिंग की सेकंड ईयर की छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला तमिलनाडु की राजनीतिक फिजाओं में गहराता जा रहा है। राजनीतिक पार्टियां यौन उत्पीड़न मामले के मुख्य अभियुक्त गणशेखरन का संबंध डीएमके से होने के कारण सड़क पर धरना प्रदर्शन और गिरफ्तारियां दे रहे हैं।
वहीं डीएमके नेता और प्रवक्ता अभियुक्त का डीएमके से किसी तरह का संबंध नहीं होने की बात कह रहे हैं। बहरहाल बलात्कार का आरोपी गणशेखरन पुलिस कस्टडी में है। लेकिन विश्वविद्यालय परिसर में छात्रा के साथ दुष्कर्म एवं यौन उत्प्रीड़न के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं। राजनीतिक पार्टियों बार-बार यह सवाल उठा रही हैं कि यदि विश्व विद्यालय परिसर ही छात्राओं के लिए सुरक्षित नहीं तो फिर सड़क और बाजार मैं महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी?
पूर्व मुख्यमंत्री पलानिस्वामी एक्स पर लिखते हैं कि विश्वविद्यालय परिसर में छात्रा के साथ बलात्कार होना यह साबित करता है कि डीएमके शासन में असमाजिक तत्वों को राजनीतिक संरक्षण है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि अभियुक्त गणशेखरन डीएमके का सदस्य रहा है और उसका संबंध उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन एवं स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यम से है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन एवं स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम के साथ अभियुक्त गुणशेखरन का फोटो भी दिखाते नजर आए।
बीजेपी अध्यक्ष अनामलै ने भी डीएमके सरकार पर बलात्कार के अभियुक्त को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा, डीएमके सरकार के मुखिया एमके स्टालिन और उनके सुपुत्र उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु को स्वर्ग बता रहे हैं लेकिन हमारी बेटियां विश्वविद्यालय में पढ़ने जाती है जहां उनका यौन शोषण हो रहे हैं, इसे कहते हैं द्रविड़ मॉडल।
विश्वविद्यालय परिसर में दुष्कर्म के मामले में डीएमके सरकार फिलहाल बैकफुट पर है और पार्टी के प्रवक्ताओं एवं मंत्री भी पार्टी के बचाव में अपना पक्ष रख रहे हैं। डीएमके नेता कानून राज्य मंत्री एस रघुपति ने पत्रकार वार्ता करते हुए इस आरोप को खारिज किया है कि आरोपी का संबंध डीएमके से है। सरकार ने इस संवेदनशील मुद्दे पर त्वरित कारवाई की और महज 5 घंटे के भीतर अभियुक्त को सलाखों के पीछे डाला गया है। पुलिस अपना काम कर रही है। जल संसाधन मंत्री दुरई मुर्गन ने भी आरोपी से डीएमके से संबंध होने से साफ इंकार किया है।
यहां इस बात का उल्लेख करना जरूरी है बलात्कार के आरोपी का अपराधिक बैकग्राउंड है। आरोपी गणशेखरन के खिलाफ 14 आपराधिक मामले दर्ज है। आरोपी के तीन पत्नियां है, जबकि आरोपी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का पहले भी मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा उसके खिलाफ चोरी, डकैती, ठगी समेत कई अन्य मामले भी कोट्टूरपुरम पुलिस समेत अन्य थाने में दर्ज है। आरोपी की एक पत्नी विश्वविद्यालय परिसर में बतौर सफाई कर्मी काम करती रही है,
ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या आरोपी के साथ इस तरह की घटनाओं में कोई और शामिल है। पुलिस सीसीटीवी कैमरे को खंगाल रही है, विश्वविद्यालय परिसर में लगाए गए 70 सीसीटीवी कैमरे में से 56 कैमरे के फुटेज के आधार पर ही अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है।
(लेखक तमिलनाडु के स्वतंत्र पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)