
-विष्णु देव मंडल-
हरियाणा के फतेहाबाद में ओम प्रकाश चौटाला की अगुवाई में इनेलो यानी इंडियन नेशनल लोकदल की 25 सितंबर रविवार को आयोजित आम सभा पर विपक्षी एकता के लिए सभी की निगाह है। पूर्व उप प्रधानमंत्री और इनेलो के संस्थापक देवी लाल की जयंती पर यह रैली आयोजित की जा रही है। इस रैली को सम्मान दिवस नाम दिया गया है। इसमें इनेलो ने लाखों समर्थकों के शामिल होने का दावा किया है।

इस रैली में बिहार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तथा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के अलावा अब पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव भी शामिल होंगे। 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर विपक्षी एकता के लिए सबसे ज्यादा प्रयास कर रहे तेलंगाना के मुख्यमंत्री सी चंद्रशेखर राव केसीआर, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव जैसे कई क्षेत्रीय नेताओं के रैली में शामिल होने की उम्मीद है। आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हो सकती हैं। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल और कई अन्य लोगों के रैली में शामिल होने की संभावना है। इस रैली से कांग्रेस की दूरी नजर आ रही है क्योंकि कुछ दल कांग्रेस के साथ एक प्लेटफार्म शेयर नहीं करना चाहते। लेकिन संभावना जताई जा रही है कि लोकसभा चुनाव, 2024 के मद्देनजर रैली के बाद दिल्ली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद की कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से मुलाकात हो सकती है। इसमें विपक्षी एकता को दिखाने की पूरी कोशिश की जायेगी। इस रैली के बाद उसी दिन शाम को 6 बजे सोनिया गांधी के 10 जनपथ स्थित आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे।
राव लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर राष्ट्रीय पार्टी के गठन के इरादे की जानकारी सार्वजनिक कर चुके
नीतीश ने हाल ही में भाजपा से गठबंधन तोड़कर राजद के तेजस्वी यादव से हाथ मिलाया है। इस घटनाक्रम से न केवल बिहार बल्कि राष्ट्रिय राजनीति में नई जान आई है। नीतीश कुमार ने हाल ही में राहुल गांधी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, और सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी सहित कई अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी।
रैली के अवसर पर एकत्र होने वाले विभिन्न पार्टियों के दिग्गज नेता राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा के विकल्प पर चर्चा करेंगे। चंद्रशेखर राव पहले ही 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर राष्ट्रीय पार्टी के गठन के इरादे की जानकारी सार्वजनिक कर चुके हैं। उनका इरादा कई राज्यों के आगामी विधानसभा चुनाव में शिरकत करने का है। इन चुनावों में वह अन्य पार्टियों से समर्थन मांगेगे । उन्हें उम्मीद है कि किसानों के लिए तेलंगाना में जो योजनाएं लागू की हैं इसकी वजह से उन्हें इन राज्यों के विधानसभा चुनावों में किसानों और किसान नेताओं का समर्थन मिलेगा।