
-आम आदमी पार्टी ने बीस प्रत्याशी किए घोषित
-राजेन्द्र सिंह जादौन-
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन के प्रयास सोमवार दोपहर बाद तक नतीजा नहीं दे पाए और आम आदमी पार्टी अपनी अलहदा राह पर आगे बढ़ती नजर आई। आम आदमी पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुशील गुप्ता ने बीस सीटो के प्रत्याशियो की घोषणा कर दी।
इससे पहले सोमवार को ही सुशील गुप्ता ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि “आम आदमी पार्टी हरियाणा का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मैं 90 सीटों के लिए पूरी तैयारी कर रहा हूं। आलाकमान की ओर से गठबंधन की कोई खबर अब तक नहीं आई है। अगर शाम तक कोई खबर नहीं आती है तो हम सभी 90 विधानसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर देंगे… आम आदमी पार्टी पूरी तैयारी में लगी है…”।
सुशील गुप्ता के बयान पर आप नेता संजय सिंह ने कहा, “…हमारी(हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर) पूरी तैयारी है और हम लोग उम्मीदवारों की घोषणा करने की पूरी प्रक्रिया कर चुके हैं… आम आदमी पार्टी एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल है। हरियाणा में हमारा एक मजबूत संगठन है… जैसे ही अरविंद केजरीवाल या पार्टी नेतृत्व की ओर से (गठबंधन को लेकर) निर्देश दिए जाते हैं तो हम उसी हिसाब से आगे बढ़ेंगे…”।
इंडिया गठबंधन के तहत हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर लोकसभा चुनाव लडा था।आम आदमी पार्टी को कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट दी गई थी।इस सीट से सुशील गुप्ता ही प्रत्याशी थे।हालांकि सुशील गुप्ता चुनाव नही जीत पाए थे लेकिन उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया था गुप्ता कुरुक्षेत्र सीट 29हजार 21वोट के अंतर से हार गए थे।इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पहल पर हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के लिए बातचीत शुरू की गई थी।बातचीत के दौरान आम आदमी पार्टी की ओर से गठबंधन के तहत सीट बटवारा फॉर्मूला प्रस्तावित करते हुए दस सीटो की मांग की गई थी।लेकिन रविवार शाम तक आम आदमी पार्टी को पांच सीट देने पर सहमति बनने की खबर सूत्रो ने दी थी।लेकिन सोमवार दोपहर बाद आम आदमी पार्टी ने अकेले दम चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
राहुल गांधी की पहल थी प्रदेश के नेता नही चाह रहे
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की पहल राहुल गांधी ने की थी।जबकि प्रदेश के कांग्रेस नेता गठबंधन नहीं चाहते।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा लगातार कह रहे थे कि कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ने में सक्षम है।हुड्डा लोकसभा चुनाव ने भी आप के साथ गठबंधन नहीं चाहते थे लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन के तहत आप को कुरुक्षेत्र सीट देनी पड़ी।