
-देवेंद्र यादव-

2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर जितने भी राजनीतिक आरोप लगाए, वे 10 साल अब उन पर ही भारी पड़ते नजर आ रहे हैं।
गांधी परिवार मुक्त कांग्रेस और कांग्रेस मुक्त भारत जैसे नारों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी ने जनता के बीच जाकर विधानसभा और लोकसभा चुनाव में वोट मांगे। जनता ने भारतीय जनता पार्टी को सत्ता तक तो पहुंचाया, मगर जनता ने कांग्रेस मुक्त भारत नहीं होने दिया बल्कि 10 साल बाद कांग्रेस को लोकसभा में मजबूत विपक्ष के नंबर भी दिए। कांग्रेस को 99 सीट मिली, जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक चुनावी सभा में कहा था कि कांग्रेस को ढूंढते रह जाओगे। अब वही राजनाथ सिंह लोकसभा में अपना स्पीकर बनवाने के लिए कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसदों को और नेताओं को ढूंढ रहे हैं ताकि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की सर्वसम्मति से भाजपा का लोकसभा स्पीकर बन जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी और सार्वजनिक जनसभाओं में कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते थे मगर अब परिवारवाद कांग्रेस से अधिक भाजपा में दिखाई दे रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते थे जिन कांग्रेसियों पर मोदी भ्रष्टाचार के आरोप लगाते थे उनमें से अधिकांश नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर सत्ता की मलाई खा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा आरोप गांधी परिवार पर यह सुनाई देता था कि गांधी परिवार हमेशा कुर्सी पर चिपका रहता है। गांधी परिवार के अलावा कोई भी सदस्य कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बन सकता और कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री भी नहीं बन सकता।
राजीव गांधी के बाद कांग्रेस जब-जब भी सत्ता में आई तब तक देश का प्रधानमंत्री गांधी परिवार का सदस्य नहीं बना बल्कि कांग्रेस नेता नरसिंह राव और डॉक्टर मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने। वहीं कांग्रेस का अध्यक्ष भी सोनिया गांधी के बाद मल्लिका अर्जुन खड़गे बने।
विपक्ष की तरफ से आवाज सुनाई देने लगी की भारतीय जनता पार्टी में नरेंद्र मोदी के अलावा प्रधानमंत्री पद के लिए और कोई नेता नहीं है क्या या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कुर्सी पर चिपक के रहना चाहते हैं।
मोदी देश के लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। क्या भारतीय जनता पार्टी में नरेंद्र मोदी के अलावा प्रधानमंत्री बनने के योग्य नेता नहीं है। यह सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर खड़ा होने लगा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर गांधी परिवार पर आरोप लगाते हैं कि गांधी परिवार को केवल कुर्सी चाहिए और गांधी परिवार कुर्सी से चिपक कर रहते हैं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)