
-दिल्ली विधानसभा चुनाव की अनदेखी
-देवेंद्र यादव-

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी नीतियों को कांग्रेस में जिम्मेदारी वाले पदों पर कुंडली मारकर बैठे स्वयंभू नेता या तो समझ नहीं रहे हैं या फिर समझ कर भी बड़े ही सलीके से इन नीतियों की अनदेखी कर रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा के चुनाव के प्रचार में कांग्रेस ने अपनी सारी ताकत झोंक दी है। स्वयं राहुल गांधी दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं। मगर क्या राहुल गांधी की तरह कांग्रेस का सबसे बड़ा अग्रिम संगठन कांग्रेस सेवा दल भी दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर है। यह सवाल इसलिए है क्योंकि सेवा दल की राष्ट्रीय कार्य समिति की तीन दिवसीय बैठक इस समय दिल्ली से दूर राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित की जा रही है। क्या यह बैठक चुनाव के वक्त दिल्ली में नहीं हो सकती थी। बड़ा सवाल तो यह है कि कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल जी देसाई सेवा दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक राजस्थान में ही क्यों रखते हैं। राजस्थान में कांग्रेस सेवा दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह लगातार तीसरी बैठक है। क्या कांग्रेस सेवादल राजस्थान में ही सिमट कर रह गई है। क्या कांग्रेस सेवादल का राजस्थान के अलावा अन्य किसी राज्य में वजूद नहीं है और क्या सेवा दल का केवल कागजों में ही अस्तित्व है। ये ऐसे सवाल हैं क्योंकि सेवादल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की राजस्थान में लगातार यह तीसरी बैठक है जैसा कि सूत्रों से पता चला है लाल जी देसाई दिल्ली में कार्यकारिणी की बैठक नहीं रखते हैं। यदि दिल्ली में बैठक होगी तो कांग्रेस हाई कमान को सेवादल संगठन कितना मजबूत है इस हकीकत का पता चल जाएगा।
लालजी देसाई कांग्रेस सेवादल के ऐसे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं जो सेवा दल पृष्ठभूमि से नहीं आते हैं। अहमद पटेल और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मेहरबानी से सेवा दल अध्यक्ष बने लाल जी देसाई गुजरात से आते हैं और उन्होंने सेवा दल में आते ही सेवादल के अधिकांश नियम बदल डाले। जो सेवा दल नियमों के अनुसार पहले अधिक मजबूत नजर आती थी अब वह कमजोर दिखाई दे रही है। इसका प्रमाण यह है कि लाल जी देसाई अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में नहीं कर पा रहे हैं।
17, 18 और 19 जनवरी तक चलने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक यदि दिल्ली में होती तो इस बैठक का प्रभाव दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के पक्ष में देखने को मिलता। जब कांग्रेस के सभी अग्रिम संगठनों ने अपनी ताकत दिल्ली विधानसभा चुनाव में झोंक रखी है ऐसे में सेवादल जैसे महत्वपूर्ण अग्रिम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष देसाई जयपुर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रहे हैं तो सवाल तो उठेगा ही।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)