
-देवेन्द्र यादव-

महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण की समाप्ति के तुरंत बाद मीडिया के एग्जिट पोल तैरने लगे और और चुनावी विशेषज्ञ बताने लगे कि किस राज्य में किस पार्टी की सरकार बन सकती है। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू ही हुई थी कि अचानक से खबर सात समंदर पार अमेरिका से अदानी को लेकर आ गई और देश का मीडिया और नेता महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की चर्चा को छोड़कर अदानी और सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी सरकार पर टूट पड़े। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अदानी प्रकरण पर मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला किया।
यहीं से सवाल खड़ा होता है कि क्या महाराष्ट्र और झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है। यदि हिडेनबर्ग और माधवी बुच प्रकरण की बात करें तो समय भी चुनावी मौसम था। कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन हिडेनबर्ग और माधवी बुच प्रकरण पर बहस कर मोदी सरकार पर आरोप लगाते रहे और चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी जीत दर्ज कर सरकार बनाई। क्या ऐसा ही नजारा महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम में देखने को मिलेगा। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेता अदानी की गिरफ्तारी कब होगी यह सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछते रहेंगे और भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र और झारखंड में अपनी सरकार बना लेगी। महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में इंडिया गठबंधन के नेता भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगा रहे थे कि भाजपा के बड़े नेता मतदाताओं को पैसा देकर वोट खरीद रहे हैं वहीं उत्तर प्रदेश में मतदाताओं को धमका कर वोट डालने नहीं दिया जा रहा है। यह दोनों खबर मीडिया और जनता के भीतर तेजी से फैल रही थी इसी बीच खबर अदानी को लेकर अमेरिका से आ गई और इंडिया गठबंधन के नेताओं का सारा ध्यान अदानी पर आकर टिक गया और भूल गए की महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश मैं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने क्या किया था।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)