
-विनेश फोगाट ने राहुल गांधी के नारे को सही साबित किया
-देवेन्द्र यादव-

हरियाणा की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने 2024 के पेरिस ओलंपिक में 6 अगस्त मंगलवार के दिन इतिहास रच दिया। उन्होंने लगातार अपने तीन मैच जीत कर कुश्ती प्रतियोगिता के 50 किलो भार वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया।
विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में पदक मिलना भारत के लिए गौरव की बात है। मगर उससे भी बड़ी बात देश की उन बेटियों के लिए है जो अपने अधिकारों और अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ संघर्ष कर रही हैं।
राहुल गांधी का नारा डरो मत लड़ो और जीतो, को विनेश फोगाट ने मंगलवार 6 अगस्त को सही साबित कर दिया, जब उन्होंने विश्व विजेता पहलवान को मेट पर जबर्दस्त पटकनी दी।
इस उपलब्धि भरे क्षणों में भी विनेश फोगाट भावुक नहीं हुई बल्कि सारा देश भावुक होकर अपनी बेटी की उपलब्धि पर गर्व करने लगा। विनेश फोगाट की जीत पर लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी और श्रीमती प्रियंका गांधी ने उन्हें शुभकामनाएं दी।
विनेश फोगाट कुश्ती में महिला पहलवानों के शोषण के खिलाफ जब दिल्ली के जंतर मंतर पर संघर्ष कर रही थी तब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी खिलाड़ी बेटियों के साथ संघर्ष में खड़े नजर आ रहे थे। विनेश फोगाट की जीत राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के लिए भी खास जीत है। राहुल गांधी के लिए इसलिए क्योंकि वह नारा दे रहे हैं कि डरो मत लड़ो और जीतो और प्रियंका गांधी के लिए इसलिए क्योंकि उन्होंने नारा दिया था लड़की हूं लड़ सकती हूं। विनेश फोगाट ने मंगलवार 6 अगस्त को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की इन नारों को सही साबित करके बताया। विनेश फोगाट को हमारी बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)