
-देवेंद्र यादव-

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दरमियान देश की जनता को पैगाम दिया था मोहब्बत की दुकान खोलने का। राहुल गांधी के इस पैगाम का असर 14 मार्च शुक्रवार के दिन उस समय देखने को मिला जब देश में होली सौहार्दपूर्ण तरीके से खेली और रमजान के दिन जुम्मे की नमाज मस्जिद में जाकर सौहार्दपूर्ण तरीके से अदा की गई। राहुल गांधी का मोहब्बत की दुकान खोलने वाला मंत्र, देशवासियों के दिलों में भाईचारे के रूप में उतर गया।
राहुल गांधी अक्सर अपने भाषणों में कहते हैं कि भारत भाईचारे का देश है जहां हिंसा हो ही नहीं सकती, और इसकी बड़ी मिसाल होली के दिन देशवासियों ने देखी जब हिंदुओं ने सौहार्दपूर्ण तरीके से होली मनाई तो वही मुस्लिम समुदाय ने रमजान के दिन जुम्मे की नमाज मस्जिद में जाकर शांति से अदा की। होली और जुम्मा दोनों एक ही दिन 14 मार्च को पड़े इसलिए देश भर में प्रशासन भी अलर्ट रहा और प्रशासन की सतर्कता की बदौलत होली और जुम्मा एक साथ सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाया और पढ़ा गया।
राहुल गांधी के पैगाम मोहब्बत की दुकान से कांग्रेस को राजनीतिक फायदा मिला या नहीं यह अलग बात है लेकिन राहुल गांधी के इस पैगाम से देश को फायदा होता हुआ नजर आया।
देश में अमन चैन बरकरार रहे इसके लिए राहुल गांधी का मोहब्बत की दुकान वाला बयान कारगर सिद्ध हो रहा है। साथ में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का अभियान संविधान बचाओ आरक्षण बचाओ भी बहुत हद तक कारगर होता नजर आ रहा है। कांग्रेस के इन नारों ने दलित, आदिवासी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के दिलों में यह घर कर दिया कि उन्हे बेहतर शिक्षा, बेहतर चिकित्सा, रोजगार, महंगाई और भुखमरी के खिलाफ लड़ना है ना कि आपस में लड़ना है।
मोहब्बत की दुकान और संविधान बचाओ आरक्षण बचाओ के बाद कांग्रेस अब जनता के बीच अपने वोट को बचाओ मेरा वोट मेरा अधिकार लेकर देश की जनता के बीच जा रही है। जिसकी शुरुआत कांग्रेस ने उत्तराखंड से शुरू कर दी है। कांग्रेस मेरा वोट मेरा अधिकार अभियान को सारे देश में चलाएगी और देश के मतदाताओं को अपने वोट के अधिकार को लेकर सतर्क करेगी। कांग्रेस के द्वारा चलाए जा रहे इन अभियानों से कांग्रेस को राजनीतिक रूप से अभी बड़ा फायदा तो नहीं मिला है। लेकिन यदि कांग्रेस का मेरा वोट मेरा अधिकार अभियान घर-घर पहुंच गया तो इससे कांग्रेस को 2029 के लोकसभा चुनाव में बड़ा राजनीतिक फायदा मिलेगा।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)