-कृष्ण बलदेव हाडा-

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब एक दिन बाद राजस्थान में अपना एक अच्छा संदेश देने के उपरांत अलवर जिले से होकर हरियाणा की सीमा में प्रवेश करेगी। राजस्थान में मध्य प्रदेश से जुड़ी सीमा में चंवली के रास्ते प्रवेश करने के बाद झालावाड़, कोटा, बूंदी,सवाई माधोपुर जिले होते हुए अब अलवर जिले में निकल रही यात्रा 21 दिसम्बर को हरियाणा में प्रवेश कर जाएगी और वहां से 24 दिसम्बर को नई दिल्ली चली जाए।
राजस्थान में कांग्रेस की दृष्टि से देखा जाए तो उनके लिए यह एक सकारात्मक संदेश देकर जा रही है। 4 दिसंबर से अब तक बीते एक पखवाड़े के लगभग के समय में पार्टी में राजनीतिक स्तर पर स्थिरता का माहौल है। लंबे समय बाद ऐसा अवसर आया जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थकों जिनमें विधायक भी शामिल है, ने एक-दूसरे के खिलाफ किसी भी तरह की अनर्गल बयानबाजी नहीं की और इस यात्रा के दौरान दोनों सही पक्ष संयमित तरीके से अपनी बात को रखते रहे।

हालांकि इस यात्रा के दौरान जहां कोटा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निकटतम सहयोगी कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल और उनके समर्थकों ने अपनी ताकत का एहसास कराया तो सवाई माधोपुर और अलवर जिलों में सचिन पायलट समर्थकों ने इस यात्रा के दौरान पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थन में नारेबाजी कर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की चिर परिचित मांग को दोहराया। हालांकि अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे भी अलवर से इस यात्रा में शामिल हो गए और उनकी यहां उपस्थिति दोनों पक्षों में धैर्य बनाए रखने के लिए निश्चित रूप से प्रेरणा का काम करेगी। राहुल गांधी तो लगातार इस यात्रा के दौरान बराबर कहते आ रहे हैं कि प्रदेश में राजनीतिक स्थिरत है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तो कई बार अब किसी तरह के वाद-विवाद की स्थिति से स्पष्ट रूप से इनकार करते आ रहे हैं।
संदेश दे दिया कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने वाले नहीं है
राहुल गांधी ने राजस्थान में अपने अंतिम दौर की यात्रा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काम की जमकर तारीफ करके यह भी संदेश दे दिया कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने वाले नहीं है। अगले चुनाव तक की यात्रा अशोक गहलोत के कंधों पर ही तय की जाने वाली है। इसके अलावा पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने अपनी बीते डेढ़ दिन की राजस्थान यात्रा में यह बात स्पष्ट कर दी है कि अब राजस्थान में पार्टी में टकराव जैसी कोई बात नहीं है।
वैसे भी राहुल गांधी लगातार नफरत के खिलाफ आपसी भाईचारे का संदेश दे रहे हैं। अब वह भाईचारा पार्टी में रहे या फिर समाज में, सबके लिए राहुल गांधी का संदेश समान है। कल ही राहुल गांधी ने अपनी भारत जोडो यात्रा को विचारधारा के खिलाफ संघर्ष बताते हुये कहा है कि वह नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहे है।
राहुल गांधी ने अलवर जिले के मालाखेडा में भारत जोडो यात्रा के तहत प्रदेश में एक मात्र सबसे बडी जनसभा को संबोधित करते हुये कहा था कि उनको भारतीय जनता पार्टी वाले भी बुरे नहीं लगते बल्कि वह उनकी विचारधारा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन जिसने देश को आजादी दिलाई। उनके नेता महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, अंबेडकर सबने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली थी।

जन कल्याणकारी योजनाओं की प्रशंसा की
राहुल गांधी ने राजस्थान सरकार द्वारा गरीबों के लिए चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की प्रशंसा की और कहा कि चिंरजीवी जैसे योजना में किडनी ट्रांसप्लांट जैसी असाध्य बीमारी का मु्फ्त इलाज होता है। इससे प्रदेश में लाखों लोगों का दर्द मिटाया है। ऐसी योजनाओं को सम्पूर्ण देश में लागू करना चाहिये। उन्होंने में प्रदेश में 1700 से अधिक अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोलने एवं दस हजार से अधिक इसके लिए अध्यापक लगाने के लिए गहलोत सरकार की तारीफ करते हुये कहा कि इससे करीब का बच्चा अंग्रेजी पढकर अमेरिका जैसे देशों में प्रतियोगिता के लिए योग्यता हासिल कर सकेंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोडो यात्रा में एक रस्सी है, जिसके अंदर सारे सीनियर नेता रहते हैं। रस्सी के बाहर स्थानीय जनप्रतिनिधि नेता रहते हैं। इस रस्सी को तोड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमने अब तक साढ़े तीन हजार किमी चल रहे हैं। चलने से शरीर की कई बीमारियों का इलाज हो जाता है। राजस्थान की पूरी कैबिनेट राजस्थान की सड़कों पर हर महीने में एक बार 15 किमी चलें जिससे पार्टी के आम कार्यकर्ताओं की उनसे दूरी मिटेगी और कार्यकर्ता की समस्या खत्म हो जाएगी।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंकभकार हैं)

















