
बीजिंग। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के एक दिन बाद गुरुवार एक चीन ने हमलावर रुख अपना लिया। चीन ने गुरुवार को ताइवान के पास ताइवान स्ट्रेट्स में अपने अब तक के सबसे बड़े अभ्यास में लाइव मिसाइल दागी। चीन ने दावा किया है कि यदि जरुरी हुआ तो बलपूर्वक ताइवान पर अपने क्षेत्र के रूप में कब्जा कर लिया जाएगा।
10 से अधिक युद्धपोतों को युद्धाभ्यास में शामिल किया
चीन ने लड़ाकू जेट और बमवर्षक और 10 से अधिक युद्धपोतों को युद्धाभ्यास में शामिल किया है। इस बीच, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने 22 चीनी लड़ाकू विमानों को चेतावनी देने के लिए जेट विमानों से खदेड़ दिया। ये चीनी विमान वायू क्षेत्र का उल्लंघन कर ताइवान स्ट्रेट्स की रेखां पार कर गए थे। उधर, जापान ने विरोध जताते हुए कहा कि पांच मिसाइलें उसके आर्थिक क्षेत्र से गुजरी हैं।
ताइवान संघर्ष नहीं भड़काना चाहता
चीनी अभ्यास पर प्रतिक्रिया में राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा कि ताइवान संघर्ष नहीं भड़काना चाहता, लेकिन दृढ़ता से अपनी संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करेगा। उल्लेखनीय है कि पेलोसी ने एकजुटता का संकल्प लिया और ताइवान के लोकतंत्र की सराहना करते हुए कहा कि अमेरिका स्वशासी द्वीप के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को नहीं छोड़ेगा।
इस बीच चीन ताइवन की हवा और जमीन से घेराबंदी कर रहा है। चीनी सेना युद्धाभ्यास में जेट विमान से लेकर हाइपर सोनिक मिसाइल का उपयोग कर रही है।