
नई दिल्ली। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के उम्मीदवार 71 वर्षीय जगदीप धनखड़ को शनिवार को भारत के 16 वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए। पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल धनखड़ ने विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 182 के मुकाबले 528 वोट हासिल कर आसानी से हराया। धनखड़ को जुलाई 2019 में बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। राज्यपाल पद पर रहने के दौरान धनखड़ का पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से टकराव बना रहा। ममता बनर्जी के नेतृत्ववाली टीएमसी धनखड़ पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाती रही। जगदीप धनखड़ पहली बार 1989 में झुंझुनू से लोकसभा के लिए चुने गए थे। तब वह जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़े थे। इसके बाद वह 1993 से 1998 तक कांग्रेस के टिकट पर विधायक रहे। उन्होंने किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। धनखड़ राजस्थान उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष भी हैं। वह 1998 से पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त होने तक सुप्रीम कोर्ट के वकील रहे।1951 में झुंझुनू जिले के किठाना गांव में एक किसान परिवार में जन्मे जगदीप धनखड़ ने चित्तौडग़ढ़ के सैनिक स्कूल में जाने से पहले एक स्थानीय सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। जगदीपन धनखड़ पढ़ाई में शुरू से ही अच्छे रहे।