
नई दिल्ली। क्या केंद्र आतंकवाद और आतंकियों को फंडिंग करने वाले नेटवर्क पर किसी बडी कार्रवाई की तैयारी में है? लगता कुछ ऐसा ही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी और प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को बडी कार्रवाई की। उसने 13 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ठिकानों पर छापे मारे। समझा जाता है कि यह कार्रवाई बुधवार आधी रात के बाद से ही शुरू हो गई थी। इस कार्रवाई के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राष्टीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ बैठक कर रहे हैं। इस मुलाकात से कयास बढ गए हैं कि केंद्र सरकार आतंकी नेटवर्क पर कोई बडा प्रहार करने की तैयारी में है।
एनआईए और ईडी के छापों में फ्रंट के अध्यक्ष समेत सौ से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई टेरर फडिंग के मामलों को लेकर की गई। जिल राज्यों में छापे मारे गए उनमें केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र शामिल है। फ्रंट पर लोगों के जबरन धर्मांतरण और धार्मिक कट्टरता फैलाने समेत कई आरोप हैं।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई का गठन 17 फरवरी 2007 को हुआ था। यह खुद को सामाजिक संगठन कहता है। पहले यह दक्षिणी राज्यों में सक्रिय था लेकिन अब माना जाता है कि यह 23 राज्यों में सक्रिय है। कर्नाटक में हिजाब को लेकर उठे विवाद में पीएफआई की इसमें भूमिका होने के आरोप लगते रहे हैं।

















