
नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मणिपुर हिंसा के दौरान दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने के मामले में ने 29 जुलाई शनिवार को आगे की जांच के लिए अपने हाथ में ले लिया। इस मामले अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हिंसा प्रभावित मणिपुर में भीड़ द्वारा महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का एक वीडियो क्लिप 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर सामने वायरल हुआ था। घटना के दो महीने से अधिक समय बाद, पुलिस ने कहा कि उन्होंने सामूहिक बलात्कार और अपहरण का मामला दर्ज किया है। बता दें कि महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न और हिंसा के मामले में गृह मंत्रालय के निर्देश पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है। दरअसल, इस मामले में मणिपुर पुलिस द्वारा दर्ज केस को सीबीआई ने दोबारा दर्ज कर लिया है। राज्य की ओर से सीबीआई को बताया गया है कि इस मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिस मोबाइल से वीडियो शूट किया गया था उसे भी बरामद कर लिया गया है। जो भी आरोपी पकड़े गए हैं, सीबीआई उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। जांच एजेंसी पीड़ित लड़कियों का बयान भी दर्ज करेगी और घटनास्थल का जायजा भी लेगी।
इस बीच इंफाल में मैतेई समुदाय की महिलाओं ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है।
हजारों की संख्या में मैतेई महिलाएं शनिवार को इंफाल की सड़कों पर उतरीं और शांति मार्च निकाला। इस दौरान महिलाओं ने शांति की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रशासन को कुकी समुदाय के लिए अलग से कोई नियम नहीं बनाना चाहिए। मणिपुर की अखंडता कायम रहनी चाहिए। उन्होंने एनआरसी लागू करने के साथ ही विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन बंद न करने की भी मांग की।