समर्थकों की बैठक में कविता जैन की आंखों में आंसू देखे गए

-राजेन्द्र सिंह जादौन-

चंडीगढ़। हरियाणा की सोनीपत सीट से भाजपा के टिकट की दावेदार पूर्व मंत्री कविता जैन के समर्थको की बैठक में आंसू निकल आए। पूर्व मंत्री कविता जैन व उनके पति राजीव जैन के समर्थक बगावत पर उतर आए हैं।
जहां बुधवार रात को दर्जन भर से ज्यादा पदाधिकारियों ने भाजपा छोड़ी, वहीं गुरुवार सुबह समर्थकों की मीटिंग में टिकट कटने से उदास कविता जैन की आंखों से आंसू निकल आए। राजीव जैन दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। उनके समर्थकों ने प्रदर्शन कर पूर्व सीएम मनोहर लाल के खिलाफ नारेबाजी की और निखिल मदान को टिकट देने का विरोध किया।
कविता जैन ने कहा कि 8 सितंबर तक वे भाजपा आलाकमान को समय देते हैं। इसके बाद वे फैसला करेंगे कि भाजपा में रहना है या नहीं। राजीव जैन ने दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
इससे पहले रात को भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजीव वलेचा ने अपनी पत्नी नगर निगम पार्षद और भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश सचिव इंदू वलेचा, मंडल अध्यक्ष मुकेश बतरा और भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ प्रदेश सह-संयोजक संजय ठेकेदार सहित अनेक पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
पूर्व मंत्री कविता जैन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 50 साल से पार्टी के साथ समर्पित होकर कार्य किया है। टिकट मिलने वाले निखिल मदान की पार्टी में कोई भूमिका नहीं रही हे। वे तो भाजपा को जीतता हुआ देख कर इसमें शामिल हुए हैं। समझ नहीं आता कि पार्टी को इसकी क्या जरूरत थी। उन्होंने कहा कि सोनीपत की जनता हिसाब मांग रही है। इसका जवाब पार्टी से भी लेकर रहेंगी।
कविता जैन ने कहा कि उनके कार्यकर्ता जो फैसला लेंगे, राजीव- कविता जैन वहीं फैसला लेंगे। पार्टी के नेताओं ने हमें बुलाया है। 2 दिन का इंतजार करेंगे, उसके बाद 8 सितंबर को आगे का फैसला लेंगे। प्रत्याशी का विरोध है या बीजेपी का इस सवाल के जवाब में कविता जैन ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है। पार्टी के कार्यकर्ता को टिकट दी जाती तो यह विरोध नहीं होता। कविता जैन ने कहा कि टिकट न मिलने के बाद कार्यकर्ता नाराज हैं और इससे कार्यकर्ताओं का भविष्य सुरक्षित नहीं है।
कविता जैन समर्थकों की मीटिंग में कई बार भावुक हुई। वर्करों ने उनका हौसला बढ़ाया और कहा कि वे उनके साथ हैं। इसके बाद वे बोलने के लिए उठी तो उनका रुख बड़ा आक्रामक रहा। उन्होंने बड़े तीखे अंदाज में वर्करों को संबोधित किया और कहा कि आलाकमान ने बातचीत के लिए बुलाया है। बस एक दो दिन इंतजार करेंगे। उन्होंने चुनौती दी कि सोनीपत की जनता भाजपा और निखिल मदान दोनों से ही हिसाब ले लेगी। करीब 15 मिनट में उन्होंने पार्टी के लिए किए अपने कामों की याद दिलाई, वहीं विपक्षियों पर भी हमलावर रही। बैठक में उनके समर्थक बार बार उनको भरोसा दिलाते रहे कि वे उनके साथ हैं। इस दौरान राजीव-कविता जैन का कार्यालय वर्करों से भरा रहा।
सोनीपत से दो बार भाजपा की विधायक व मंत्री रही कविता जैन को भाजपा ने इस बार टिकट नहीं दी है। 2009 व 2014 में कविता जैन चुनाव जीती थी। हालांकि वो इससे पहले राजनीति में नहीं थी। उनके पति राजीव जैन के रसूख से ही उनको टिकट व जीत हासिल हुई थी। 2019 के चुनाव में वो हार गई थी। असल में लोग उनसे नाराज थे। इसी को देखते हुए इस बार उनके पति राजीव जैन भी टिकट की दौड़ में थे। वे लगातार लोगों के बीच थे। सीएम सैनी की अध्यक्षता में हुई भाजपा की आशीर्वाद रैली में भी उन्होंने भीड़ जुटा कर ताकत दिखाई थी, लेकिन अब टिकट हाथ से निकल गई। इसके साथ ही उनके समर्थकों में उबाल आ गया है। भाजपा द्वारा निखिल मदान को टिकट देने की घोषणा के कुछ देर बाद ही समर्थक वीडियो मैसेज डाल कर पार्टी छोड़ने का ऐलान करने लगे।
राजीव जैन पूर्व सीएम मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार रहे हैं। इससे पहले वे 1996 में चौधरी बंसी लाल के भी मीडिया सलाहकार रहे। भाजपा ने उन्हें 2009 में टिकट दी थी, लेकिन एक केस के चलते उन्होंने अपने स्थान पर पत्नी को टिकट दिला दी। कविता ने 2009 में चुनाव जीता। फिर 2014 में चुनाव जीत मंत्री बनी। 2019 में चुनाव से पहले तक राजीव जैन तत्कालीन सीएम मनोहर लाल के मीडिया एडवाइजर रहे।

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