
-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
कोटा। वसंत ऋतु में अभी काफी समय है लेकिन फूलों की बहार नजर आने लगी है। ऐसा ही एक पुष्प Pyrostegia venusta है जिसे आमतौर पर फ्लेमवाइन या नारंगी तुरही बेल के रूप में भी जाना जाता है, मूल रूप से दक्षिणी ब्राजील , बोलीविया , पूर्वोत्तर अर्जेंटीना और पैराग्वे के मूल निवासी बिग्नोनियासी परिवारके जीनस पायरोस्टेगिया के एक पौधे की प्रजाति है।

अपने सुंदरता की वजह से आज यह विश्वभर के उद्यानों एवम् घरों में लगाई जाने लगी हैं। इस सुंदर लता की कोटा शहर के एक बंगले से ली गई है।



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बसंत ऋतु आगमन से पूर्व, घर बाहर फूलों से लदे पौधे मुस्कराकर प्राकृतिक के लोक रंजक होने का एहसास करा रहे हैं श्री अखिलेश जी ने ऐसी बेल का चित्र प्रस्तुत किया है जो बसंती चोला में मन को बाग बाग कर रही है.